कोरोना महामारी (Coronavirus Pandemic) का कहर लगभग पूरी दुनिया में जारी है इससे सबसे अधिक प्रभावित अमेरिका (United States) में मौत का सिलसिला अब भी थमा नहीं है. जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी (Johns Hopkins University) के मुताबिक पिछले 24 घंटे में अमेरिका में 1,260 लोगों की मौतें हुई हैं. शुक्रवार को हुई इन मौतों से अमेरिका में COVID-19 महामारी से मरने वालों की संख्या 95 हजार के आंकड़े को पार कर चुकी है. अमेंरिका में कोरोना से मरने वालों की तादात 95,276 हो गई है.
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार अमेरिका में कोरोना वायरस के कुल 15 लाख से अधिक मामले हैं. सबसे खराब स्थिति न्यूयार्क की है यहां कोरोना संक्रमण के 3 लाख से अधिक मामले हैं यहां COVID-19 से अब तक 28,743 लोगों की मौत हो चुकी है. उसके बाद न्यूजर्सी में 10,985 मौत, मैसाचुसेट्स में 6,148 मौतें और मिशिगन में 5,129 मौतें हुईं हैं. यह भी पढ़ें- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा- कोरोना वायरस की दूसरी लहर में अमेरिका नहीं होगा बंद.
अमेरिका में कोरोना का कहर-
USA records further 1260 deaths from #COVID19, bringing its total to 95921, according to Johns Hopkins University: AFP news agency
— ANI (@ANI) May 23, 2020
रिपोर्ट्स के अनुसार दुनियाभर में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले 50 लाख के पार जा चुके हैं. इस महामारी से अब तक 3.32 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. अमेरिका में सबसे अधिक 15 लाख से ज्यादा मामले हैं. इसके बाद इसके बाद रूस, ब्राजील और ब्रिटेन में सबसे अधिक मामले हैं.
कोरोना संकट के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) पर सभी 50 प्रांतों को खोलने का दबाव है. कोरोना संकट के खतरे और वैज्ञानिकों की सलाह को ताक में रखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लॉकडाउन में ढील और बढ़ाने के मूड में हैं. राष्ट्रपति ट्रंप ने अब राज्यों को प्रार्थनाघर खोलने के लिए कहा है. ट्रंप ने प्रार्थनाघरों को जरूरी स्थान की कैटिगरी में रखते हुए कहा कि ये जरूरी सेवाओं में आते हैं इसलिए खोला जाना जरूरी है.
इससे पहले ट्रंप ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका में कोरोना वायरस की दूसरी लहर की स्थिति में भी देश बंद नहीं होगा. उन्होंने कहा था कि परमानेंट लॉकडाउन स्वस्थ राज्य या स्वस्थ देश के लिए एक रणनीति नहीं है. हमारा देश बंद होने के लिए नहीं है. कभी न खत्म होने वाले लॉकडाउन से एक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपदा आ जाएगी.