अफगानिस्तान छोड़ने के बाद पहली बार सामने आए अशरफ गनी, कहा- काबुल में रुकता तो कत्ले आम मच जाता, वतन वापसी के लिए चल रही है बात
तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान छोड़कर गए राष्ट्रपति अशरफ गनी ने पहली बार वीडियो जारी कर अपनी बात रखी है. अशरफ गनी ने कहा कि अगर वह तालिबान के कब्जे के बाद काबुल में रहते तो कत्लेआम हो जाता. इसलिए मजबूरी में देश छोड़ना पड़ा. उन्होंने यह भी कहा कि वापस लौटने के लिए वह बातचीत कर रहे हैं.
नई दिल्ली: अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान के कब्जे के बाद देश छोड़कर भागे राष्ट्रपति अशरफ गनी (Ashraf Ghani) ने बुधवार को पहली बार दुनिया के सामने आये. उन्होंने एक वीडियो जारी कर अपनी बात रखते हुए कहा कि अगर वह तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद काबुल में रहते तो कत्लेआम हो जाता. इसलिए मजबूरी में देश छोड़ना पड़ा. गनी ने इसके साथ ही उनके बारे में अफवाह फैलाई जा रही है कि देश छोड़ते समय उन्होंने काफी सारे पैसे लेकर भागे हैं. जिस पर उन्होंने सफाई देते हुए इस बात को बेबुनियाद बताया है. गनी ने यह भी कहा कि वतन वापस लौटने के लिए वह बातचीत कर रहे हैं.
वहीं अब तक अशरफ गनी के बारे में पता नहीं लग पा रहा था कि वे किस देश में हैं. लेकिन बुधवार को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के विदेश मामलों और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्रालय ने पुष्टि किया कि अरब राष्ट्र ने मानवीय आधार पर अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी और उनके परिवार का देश में स्वागत किया है. मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा, यूएई विदेश मामलों और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्रालय इस बात की पुष्टि कर सकता है कि यूएई ने मानवीय आधार पर अशरफ गनी और उनके परिवार का देश में स्वागत किया है. यह भी पढ़े: अफगानिस्तान से भागे राष्ट्रपति अशरफ गनी अबू धाबी में ली पनाह, UAE विदेश मंत्रालय ने की पुष्टि
दुनिया के सामने अपनी बात रखते हुए अशरफ गनी:
बता दें कि अब तक गनी के बारे में खबरें थीं कि वे देश छोड़कर ताजिकिस्तान या उज्बेकिस्तान चले गए हैं, जबकि अन्य कुछ रिपोर्ट्स ने संकेत दिया था कि तालिबान द्वारा रविवार को अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद, वह ओमान भाग गए हैं. काबुल में रूस के राजनयिक मिशन ने आरोप लगाया था कि गनी नकदी से भरे वाहनों के साथ देश छोड़कर भाग खड़े हुए हैं. लेकिन यूएई के पुष्टि के बाद साफ़ हो गया है कि गनी और किसी देश में नहीं बल्कि यूएई में हैं. वतन वापसी के लिए उनकी बात चल रही है. (इनपुट एजेंसी के साथ)