बीजिंग, 18 सितंबर : चीन में मंकीपॉक्स का पहला मामले सामने आया है. इसको लेकर शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी ने लोगों से विदेशियों को न छूने की चेतावनी दी है. चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुख्य महामारी विज्ञानी वू जुनयू ने शनिवार को चीन के ट्विटर प्लेटफॉर्म वीबो पर पोस्ट करते हुए लिखा, देश के कोविड-19 प्रतिबंधों और कड़े बॉर्डर कंट्रोल ने अब तक मंकीपॉक्स के प्रसार को रोका है. चीन में मंकीपॉक्स का पहला मामला चोंगकिंग में सामने आया है. स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, संक्रमण का पता तब चला, जब विदेश से आए एक शख्स को कोविड-19 के तहत क्वारंटीन किया गया था. हालांकि, यह नहीं बताया गया है कि मंकीपॉक्स संक्रमित व्यक्ति चीनी है या विदेशी नागरिक.
मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति को बुखार के लक्षण आते हैं और शरीर पर छाले जैसे कई घाव बन जाते हैं. मंकीपॉक्स की दोबारा शुरूआत इसी साल मई में हुई है. यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, इस साल अब तक अमेरिका में 23,500 मामले सामने आए हैं. वू ने अपने पोस्ट में अंतरराष्ट्रीय यात्रा और संपर्क से फैलने वाली बीमारी के जोखिम पर जोर देते हुए लिखा, मंकीपॉक्स की निगरानी और रोकथाम को मजबूत करना आवश्यक और महत्वपूर्ण है. यह भी पढ़ें :Fact Check: PM मोदी ने कैमरे का कवर हटाए बिना चीते की खींची फोटो? फर्जी PHOTO पर प्रधानमंत्री को ट्रोल करना विपक्ष को पड़ा भारी
उन्होंने जनता के लिए पांच अपील की, जिसमें पहली विदेशियों के साथ त्वचा से त्वचा का संपर्क न करने की थी. उनके इस अपील ने चीनी सोशल मीडिया पर विवाद पैदा कर दिया. कुछ लोगों ने उनकी सलाह को उचित बताया तो कुछ ने इस पर गुस्से का भी इजहार किया. एक वीवो यूजर ने लिखा, देश की सीमाएं खोलना अच्छा है, लेकिन हम सब कुछ अंदर नहीं आने दे सकते हैं.