Afghanistan: अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री मुत्ताकी का दावा- अर्थव्यवस्था कमजोर होने की बात गलत

काबुल, 9 जुलाई: अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री मावलवी अमीर खान मुत्ताकी ने आर्थिक संकट की खबरों को खारिज कर दिया है मुत्ताकी ने कहा है कि देश की अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर चल रही है सरकारी बख्तर समाचार एजेंसी ने रविवार को यह जानकारी दी है समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, हज करने के बाद सऊदी अरब से घर लौटे मुत्ताकी ने बुजुर्गों और रैंकिंग अधिकारियों के साथ एक बैठक में यह टिप्पणी की उनका कहना है कि अर्थव्यवस्था कमजोर होने की बात गलत है देश की अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर चल रही है. यह भी पढ़े: अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आज से भारत के 3 दिवसीय दौरे पर, EAM एस जयशंकर से करेंगे मुलाकात

रिपोर्ट के अनुसार, लगभग दो साल पहले विदेशी सेनाओं की वापसी और कार्यवाहक सरकार के शामिल होने के बाद से युद्धग्रस्त देश गरीबी और आर्थिक कठिनाइयों का सामना कर रहा है अमेरिका ने अफगानिस्तान के केंद्रीय बैंक की 9 अरब डॉलर से अधिक की संपत्ति जब्त कर ली है देश की वित्तीय सहायता में भारी गिरावट आई है, और अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के कारण बैंकिंग प्रणाली पटरी से उतर गई है जिससे अंततः पहले से ही दिवालिया देश की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है.

सहायता एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार, 28 मिलियन से अधिक या देश की दो-तिहाई आबादी खाद्य असुरक्षा से जूझ रही है काबुल, 9 जुलाई (आईएएनएस) अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री मावलवी अमीर खान मुत्ताकी ने आर्थिक संकट की खबरों को खारिज कर दिया है। मुत्ताकी ने कहा है कि देश की अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर चल रही है। सरकारी बख्तर समाचार एजेंसी ने रविवार को यह जानकारी दी है.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, हज करने के बाद सऊदी अरब से घर लौटे मुत्ताकी ने बुजुर्गों और रैंकिंग अधिकारियों के साथ एक बैठक में यह टिप्पणी की उनका कहना है कि अर्थव्यवस्था कमजोर होने की बात गलत है देश की अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर चल रही है रिपोर्ट के अनुसार, लगभग दो साल पहले विदेशी सेनाओं की वापसी और कार्यवाहक सरकार के शामिल होने के बाद से युद्धग्रस्त देश गरीबी और आर्थिक कठिनाइयों का सामना कर रहा है अमेरिका ने अफगानिस्तान के केंद्रीय बैंक की 9 अरब डॉलर से अधिक की संपत्ति जब्त कर ली है.

देश की वित्तीय सहायता में भारी गिरावट आई है, और अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के कारण बैंकिंग प्रणाली पटरी से उतर गई है जिससे अंततः पहले से ही दिवालिया देश की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है सहायता एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार, 28 मिलियन से अधिक या देश की दो-तिहाई आबादी खाद्य असुरक्षा से जूझ रही है.