वाशिंगटन: तुर्की के इंस्ताबुल स्थित सऊदी के वाणिज्यिक दूतावास में मारे गए पत्रकार जमाल खशोगी के बेटों ने पिता के पार्थिव शरीर को लौटाने को लेकर भावुक अपील की. सलाह और अब्दुल्ला खशोगी ने अपने पिता को साहसी, बहादुर और उदार कहते हुए रविवार रात को सीएनएन को बताया कि उनके गायब होने व उनकी मौत के बाद उन्होंने कई सप्ताह तक बेहद पीड़ा और अनिश्चितता का सामना किया. 33 वर्षीय अब्दुल्ला खशोगी ने अपने भाई सलाह (35) के साक्षात्कार के दौरान समाचार चैनल को बताया, "मुझे उम्मीद है कि जो भी हुआ वह उनके लिए दर्दनाक नहीं था या यह जल्दी में हुआ या फिर उनकी शांतिपूर्ण मौत हुई."
यह भी पढ़ें: सऊदी अरब ने की पत्रकार जमाल खशोगी के मारे जाने की पुष्टि, तुर्की अखबार का दावा-मारकर लाश के टुकड़े किए गए
भाइयों ने कहा कि पिता के शरीर के बिना उनका परिवार शोक करने में असमर्थ है. सलाह ने कहा, "हम बस उन्हें अपने परिवार के बाकी सदस्यों के साथ मदीना (सऊदी अरब) में अल-बाकी (कब्रिस्तान) में दफनाना चाहते हैं." उन्होंने कहा, "मैंने सऊदी अधिकारियों के साथ इस बारे में बात की है और बस उम्मीद करता हूं कि यह जल्द ही होगा." तुर्की के अधिकारी अभी भी खशोगी के शव की तलाश कर रहे हैं.