ढाका: मूसलाधार मौसमी बारिश (Rainfall) और बांग्लादेश-भारत सीमा (Bangladesh-India Border) पर पहाड़ों से पानी के तेज बहाव के कारण बाढ़ आने से बांग्लादेश में कुल 108 लोगों की मौत हो चुकी है. आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी.
देश के राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया समन्वय केंद्र (एनडीआरसीसी) के वरिष्ठ अधिकारी ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ से कहा कि बाढ़ से 16 जिलों में 108 लोगों की मौत हो गई तथा घरों, फसलों, सड़कों और राष्ट्रीय राजमार्गो को नुकसान पहुंचा है.
बाढ़ पर एनडीआरसीसी की दैनिक रिपोर्ट का हवाला देते हुए वरिष्ठ अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि ज्यादातर मृतक बाढ़ में बह गए लेकिन कुछ लोगों की मौत नाव पलटने के कारण हो गई. उन्होंने कहा कि जुलाई के पहले सप्ताह के बाद से बाढ़ से कम से कम 60 लाख लोग प्रभावित हुए हैं, वहीं हजारों परिवारों को अपना घर छोड़ना पड़ा है.
उन्होंने रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि अब ज्यादातर जिलों में बाढ़ की स्थितियों में सुधार हुआ है और कई नदियों में जल स्तर कम हो रहा है.
लगभग 230 नदियों वाले बांग्लादेश में लाखों लोग प्रतिवर्ष जून से सितंबर तक बाढ़ से प्रभावित होते हैं. तलहटी में होने के कारण भी बांग्लादेश में हालत और बदतर हो जाते हैं, जब बंगाल की खाड़ी में गिरने वाली नदियां अपने किनारे तोड़ देती हैं. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इससे पहले अधिकारियों से बाढ़ से निपटने के लिए सतर्क रहने का आग्रह किया था.