What is Bluebugging: क्या है ब्लूबगिंग जिससे हैकर्स को मिलता है आपके कॉन्टेक्ट्स और चैट्स का एक्सेस, ऐसे बचें
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What is Bluebugging: आज के समय में हैकिंग से जुडी कई खबरे हम अपने दैनिक जीवन में सुन रहे हैं. अब हैकिंग को लेकर ही एक बड़ी खबर सामने आई है. हैकर्स को एक हैकिंग 'ब्लूबगिंग' (Bluebugging) जोकि एक तरीके का डिस्कवरेबल ब्लूटूथ कनेक्शन है के जरिए डिवाइसेस का एक्सेस मिल जाता है. एक डिवाइस या फोन के ब्लूबग होने के बाद, एक हैकर इस तकनीक का उपयोग कॉल को सुनने, मैसेज को पढ़ने और प्रसारित करने और संपर्कों को चुराने या संशोधित करने के लिए कर सकता है. शुरुआत में यह ब्लूटूथ कनेक्टिविटी वाले लैपटॉप या कंप्यूटर के लिए खतरनाक प्रतीत हुआ. बाद में हैकर्स ने इस तकनीक का इस्तेमाल मोबाइल फोन और अन्य गैजेट्स को हैक करने के लिए किया. DoT New SMS Rule: Airtel, Jio, Vi SMS सेवाएं 24 घंटे के लिए रहेंगी बंद; यहां जानें क्यों और कब. 

स्वतंत्र सुरक्षा शोधकर्ता मार्टिन हेरफर्ट (Martin Herfurt) का दावा है कि बग ब्लूटूथ प्रोटोकॉल में एक दोष का फायदा उठाकर उपयोगकर्ता की फोन बुक और कॉल इतिहास तक पहुंचने में सक्षम था. ब्लूबगिंग शब्द का इस्तेमाल सबसे पहले 2004 में एक मार्टिन हर्फर्ट ने उस समय किया था, जब उन्होंने देखा कि एक हैकर्स ने ब्लूटूथ से लैस लैपटॉप को हैक कर दिया.

हाल ही में एक्सपर्ट्स ने पाया कि कोई भी ऐप जो ब्लूटूथ का उपयोग करती है, सिरी, फोन पर बातचीत और टेक्स्ट मैसेज जैसा आपका डेटा रिकॉर्ड कर सकती है.

क्या है Bluebugging

ब्लूबगिंग (Bluebugging) हैकिंग का एक रूप है. इसके जरिए हैकर्स सर्च ब्लूटूथ कनेक्शन के माध्यम से यूजर के डेटा तक एक्सेस हासिल कर सकते हैं. एक बार जब हैकर्स आपके डिवाइस को हैक कर देता है, तो वह आपके फोन पर होने वाली सभी बातचीत को सुन सकता है, सभी मैसेज पढ़ सकता है और इन्हें किसी और को भी भेज सकता है.

कौन से डिवाइस खतरे में हैं

ब्लूटूथ कार्यक्षमता वाले किसी भी गैजेट को ब्लूबग किया जा सकता है. वायरलेस ईयरबड्स के इस्तेमाल से ऐसे हैक संभव हैं. TWS (ट्रू वायरलेस स्टीरियो) हेडफोन या अन्य उपकरणों से कनेक्ट होने वाले ऐप्स का उपयोग करके उपयोगकर्ताओं द्वारा बातचीत रिकॉर्ड की जा सकती है.

ऐसे बचें

ब्लूबगिंग से बचने के लिए उपयोग में नहीं होने पर ब्लूटूथ को डिसेबल कर दें. डिवाइस पर सिस्टम सॉफ़्टवेयर को समय-समय पर अपडेट करें. ओपन वाईफाई का उपयोग करने से बचें. साथ ही किसी भी Unidentified डिवाइस से अपना डिवाइस पेयर न करें और न ही ऐसे डिवाइस की पेयर रिक्वेस्ट को स्वीकार करें. ब्लूबगिंग से बचने के लिए High-quality VPN सर्विस एक बेहतरीन तरीका है.