
Microsoft Employees Protest: माइक्रोसॉफ्ट की 50वीं सालगिरह पर कुछ ऐसा हुआ, जिसने सबको चौंका दिया. दरअसल, एक भारतीय-अमेरिकी सॉफ्टवेयर इंजीनियर वनिया अग्रवाल ने कंपनी के जश्न के दौरान स्टेज पर चढ़कर CEO सत्या नडेला, बिल गेट्स और स्टीव बालमर से सीधे सवाल कर डाले. उन्होंने कहा, "50 हजार फिलिस्तीनियों की हत्या माइक्रोसॉफ्ट की तकनीक से हुई है. आप लोग जश्न कैसे मना सकते हैं?" इसके बाद सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें बाहर निकाल दिया.
वनिया ने इस्तीफे से पहले माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्या नडेला और हजारों कर्मचारियों को एक इमोशनल और गुस्से से भरा ईमेल भेजा.
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'50 हजार फिलिस्तीनियों की हत्या माइक्रोसॉफ्ट की तकनीक से हुई'
Here’s why I disrupted Bill Gates, Satya Nadella, and Steve Ballmer: https://t.co/WlPlJ4moXi https://t.co/uIcf3DbdaX
— Vaniya Agrawal (@vaniya_agrawal) April 7, 2025
वनिया ने इस्तीफे वाले ईमेल में क्या लिखा?
ईमेल में उन्होंने साफ कहा कि माइक्रोसॉफ्ट अब एक "डिजिटल हथियार निर्माता" बन चुका है, जो जासूसी, रंगभेद और नरसंहार को बढ़ावा दे रहा है. उन्होंने कंपनी के इजराइल के रक्षा मंत्रालय के साथ हुए 133 मिलियन डॉलर के समझौते का भी जिक्र किया, जो Azure क्लाउड और AI तकनीक से जुड़ा है.
वनिया ने कहा कि वह ऐसी कंपनी का हिस्सा नहीं बन सकती, जो जेनोसाइड में शामिल हो. उन्होंने कर्मचारियों से "No Azure for Apartheid" पिटिशन पर साइन करने और कंपनी से इजराइल के साथ कॉन्ट्रैक्ट खत्म करने की मांग की.
माइक्रोसॉफ्ट पर लगाए गंभीर आरोप
उनके मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट की तकनीक फिलिस्तीनियों की निगरानी, हमलों की योजना और पहचान में इस्तेमाल हो रही है. उनका आरोप है कि कंपनी सीधे-सीधे एक "ऑटोमेटेड नरसंहार प्रणाली" का हिस्सा बन चुकी है.
वनिया को इस विरोध के तुरंत बाद कंपनी से निकाल दिया गया. एक और कर्मचारी इब्तिहाल अबूस्साद को भी इसी तरह की हरकत पर टर्मिनेट कर दिया गया.