What is Blue Moon: इस रक्षाबंधन आसमान में दिखेगा ब्लू मून का अद्भुत नजारा, जानें क्या है यह दुर्लभ खगोलीय घटना
Representational Image | Pixabay

What is Blue Moon: 19 अगस्त 2024 यानी सोमवार, यानी जिस दिन पूरा भारत में रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा, उस शाम आसमान में सबसे बड़ा और चमकीला सुपरमून निकलेगा. इसे ब्लू सुपरमून (Blue Supermoon) बुलाते हैं. दरअसल इस रक्षाबंधन पर आने वाली पूर्णिमा कोई साधारण पूर्णिमा नहीं है; यह सुपरमून, ब्लू मून है. ब्लू मून का मतलब यह नहीं है कि आपको चांद नीला दिखाई देगा, फिर भी इसे “ब्लू मून” कहा जाता है. इसका एक बेहद विचित्र नाम भी है. ये है- स्टरजियॉन मून (Sturgeon Moon).

Water Found on Mars: मंगल ग्रह पर मिला पानी का सबसे बड़ा भंडार! 20 KM की गहराई में छिपा है विशाल तरल जलाशय.

क्या होता है ब्लू मून?

ब्लू मून एक खगोलीय घटना है. यह तब होती है जब एक ही महीने में दो पूर्णिमा होती हैं या एक मौसम में चार पूर्णिमा होती हैं और उसमें से तीसरी पूर्णिमा को ब्लू मून कहा जाता है. जब चंद्रमा अपनी कक्षा में पृथ्वी के सबसे निकट बिंदु पर होता है, तो इसे सुपरमून कहते हैं. इस स्थिति में चंद्रमा सामान्य पूर्णिमा की तुलना में 14 फीसदी बड़ा और 30 फीसदी अधिक चमकदार दिखाई देता है.

चांद का नीला रंग?

ब्लू मून की घटना में चांद का रंग नीला नहीं होता है, चांद इस दिन भी अपने उसी प्राकृतिक रंग में होता है बस इस दिन चंद्रमा बड़े आकार में होता ज्यादा चमकीला दिखाई देता है. यह शब्द अंग्रेजी भाषा में "Once in a Blue Moon" मुहावरे से भी जुड़ा है, जिसका अर्थ है कोई बहुत दुर्लभ घटना. आमतौर पर, हर 2-3 साल में एक बार ब्लू मून होता है. इस प्रकार, ब्लू मून एक अनोखी खगोलीय घटना है जो अपनी दुर्लभता के कारण बहुत ध्यान आकर्षित करती है.

इस समय आसमान में दिखेगा ब्लू मून

19 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन शाम 6 बजकर 56 मिनट पर चंद्रोदय होगा और अगले दिन की सुबह चंद्रास्त होगा. इस दौरान चंद्रमा लगभग 02:26 PM पर अपने पूर्ण चरण पर पहुंच जाएगा. यह वह समय है जब सूर्य और चंद्रमा पृथ्वी के विपरीत दिशा में होंगे. स्थानीय मौसम की स्थिति और दृश्यता के आधार पर, लोग ब्लू मून को देख पाएंगे.