'इंटरनेट ऑफ थिंग्स' और 'मशीन टू मशीन' संचार को रेगुलेट करेगा नेपाल
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: pixabay)

काठमांडू, 4 दिसम्बर : नेपाली अधिकारियों ने डेटा सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) और मशीन टू मशीन (एम2एम) संचार को रेगुलेट (विनियमित) करने की योजना बनाई है. नेपाल दूरसंचार प्राधिकरण (एनटीए) द्वारा शुक्रवार को अनावरण किए गए मसौदा नियामक ढांचे में आईओटी और एम2एम सेवा प्रदाताओं, स्पेक्ट्रम डिस्ट्रीब्यूशन और डेटा सुरक्षा को लाइसेंस जारी करना शामिल है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, नवंबर के अंत में एजेंसी ने देश में एक प्रमुख दूरसंचार सेवा प्रदाता नेपाल टेलीकॉम को 5जी नेटवर्क परीक्षण करने की अनुमति दी थी, जो एक नई तकनीक है, जो आईओटी और एम2एम सेवाओं को सक्षम बनाती है.

एनटीए के नियमन विभाग के उप निदेशक प्रदीप पौडेल ने शनिवार को समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया, "हम आईओटी और एम2एम सेवाओं के जिम्मेदार उपयोग को बढ़ावा देने के लिए नियमन शुरू कर रहे हैं." उन्होंने कहा, "ये प्रौद्योगिकियां विश्व स्तर पर प्रारंभिक चरण में हैं और उचित विनियमन विभिन्न जोखिमों से बचने में मदद करेगा." डेटा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, एनटीए ने प्रस्ताव दिया है कि आईओटी सेवा प्रदाताओं को सभी सर्वरों को होस्ट करना चाहिए और सभी डेटा को नेपाल के क्षेत्र में संग्रहीत करना चाहिए. प्रस्तावित विनियमन के तहत, एक आईओटी सेवा प्रदाता डेटा उल्लंघन के लिए जिम्मेदार होगा और यदि ऐसा होता है तो उसे पांच कार्य दिवसों के भीतर एनटीए को रिपोर्ट करनी होगी. यह भी पढ़ें : 50 एमपी ट्रिपल-कैमरे के साथ लॉन्च हुआ गैलेक्सी ए13 5जी स्मार्टफोन

प्रस्तावित विनियमन में कहा गया है, "इसे डेटा प्रबंधन से संबंधित एनटीए द्वारा जारी सभी कानूनों, विनियमों और आवश्यकताओं का पालन करना चाहिए, जिसमें आईओटी यूजर के डेटा की सुरक्षा, गोपनीयता और सुरक्षा शामिल है." आईओटी/एम2एम सेवा प्रदाता किसी भी टर्मिनल उपकरण को तब तक स्थापित या कनेक्ट नहीं कर सकता, जब तक कि इसे एनटीए द्वारा अनुमोदित (अप्रूव्ड) नहीं किया जाता है. पौडेल ने कहा, "चूंकि डिजिटल दुनिया में राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए डेटा सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण हो गई है, इसलिए हमने ऐसे कई उपायों का प्रस्ताव रखा है, जो नेपाली नागरिकों के बारे में डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करते हैं."