Google Community Mobility Report: गूगल ने लॉकडाउन के आंकड़े किए जारी, लोगों का सार्वजनिक जगहों पर जाना हुआ 77 प्रतिशत तक कम
गूगल की ओर से दुनियाभर के अलग-अलग देशों में इसके यूजर्स का मूवमेंट डेटा शेयर किया गया है, इसमें भारत भी शामिल है. इस डेटा में सामने आया है कि लोग इस लॉकडाउन को फॉलो कर रहे हैं.
भारत समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन चल रहा है. ज्यादातर देशों ने अपने नागरिकों से कोरोना संक्रमण से बचने के लिए घर पर रहने को कहा है. लोग सोशल डिस्टेंसिंग को कितना फॉलो कर रहे हैं. इस बीच गूगल (Google) ने कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए दुनियाभर के अपने यूजर्स की मोबिलिटी रिपोर्ट (Mobility Report) शेयर की है. गूगल की ओर से दुनियाभर के अलग-अलग देशों में इसके यूजर्स का मूवमेंट डेटा शेयर किया गया है, इसमें भारत भी शामिल है. इस डेटा में सामने आया है कि लोग इस लॉकडाउन को फॉलो कर रहे हैं. भारत में भी लोगों के पब्लिक प्लेसेज पर मूवमेंट में कमी आई है.
रिपोर्ट के अनुसार देश भर के पार्क्स में लोगों का जाना मार्च के आखिर तक करीब 57 प्रतिशत तक कम हो गया है. ट्रेंड्स में दिखा है कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट स्टेशन जैसे-बस स्टॉप्स, मेट्रो स्टेशन और रेलवे स्टेशन पर जाने वाले लोगों की संख्या में 71 प्रतिशत तक कमी आई. इसी तरह वर्कप्लेस जाने वाले लोगों का मूवमेंट भी 47 प्रतिशत तक कम हो गया है. यह भी पढ़े- कोरोना से लड़ने के लिए अगले दो-तीन महीनों में देश को चाहिए 27 मिलियन N95 मास्क, 15 मिलियन PPEs, 50 हजार वेंटिलेटर: रिपोर्ट.
रिपोर्ट में सामने आया कि रेजिडेंशल एरिया में 22 प्रतिशत लोगों का मूवमेंट बढ़ गया है. लोग घरों में ज्यादा वक्त बिताने लगे हैं. गूगल की ओर से शेयर किए गए इस डेटा में 131 देशों की रिपोर्ट शामिल की गई है. रिपोर्ट के अनुसार लोगों की लोकेशन इन दिनों रेजिडेंशल एरिया में ही देखी जा रही है.
गूगल ने कहा है, 'COVID-19 कम्युनिटी मोबिलिटी रिपोर्ट्स' में पब्लिक हेल्थ को लेकर बनाए गए नियमों का प्रभाव देखने को मिला है. भारत में गूगल यूजर्स के पार्क, शॉप्स, रेस्तरां, बस, मेट्रो और रेलवे स्टेशंस पर मूवमेंट में मार्च के आखिर तक तेजी से गिरावट आई है. ऐसी जगहों में रेस्टोरेंट, कैफे, शॉपिंग सेंटर, थीम पार्क्स, म्यूजियम, लाइब्रेरी और मूवी थिअटर्स शामिल हैं.
Google ने कहा कि उसने उन उपयोगकर्ताओं के डेटा के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार की है, जिन्होंने अपने Google अकाउंट के लिए लोकेशन हिस्ट्री का विकल्प चुना है. टेक कंपनी ने कहा कि डेटा के लिए यूजर्स की प्राइवेसी को ध्यान में रखा गया है. किसी की भी व्यक्तिगत पहचान, लोकेशन, मूवमेंट की जानकारी किसी भी कीमत पर उपलब्ध नहीं कराई जाती है