Razorpay का फैसला, व्यापारियों को UPI के माध्यम से क्रेडिट कार्ड से भुगतान स्वीकार करने की अनुमति देगा
फिनटेक प्लेटफॉर्म रेजरपे ने सोमवार को व्यापारियों को यूनिफाइड पैमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) पर क्रेडिट कार्ड लेनदेन स्वीकार करने में सक्षम बनाने के लिए एक इंडस्ट्री-फर्स्ट कदम की घोषणा की है
बेंगलुरु, 5 दिसम्बर: फिनटेक प्लेटफॉर्म रेजरपे ने सोमवार को व्यापारियों को यूनिफाइड पैमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) पर क्रेडिट कार्ड लेनदेन स्वीकार करने में सक्षम बनाने के लिए एक इंडस्ट्री-फर्स्ट कदम की घोषणा की है, क्योंकि डिजिटल भुगतान परि²श्य एक शानदार वृद्धि का गवाह है. यूपीआई पर रुपे क्रेडिट कार्ड सक्षम होने के साथ, रेजरपे मर्चेट्स अपने मौजूदा सेटअप में न्यूनतम बदलाव के साथ यूपीआई पर क्रेडिट कार्ड से भुगतान स्वीकार करना शुरू कर सकते हैं.
कंपनी ने कहा कि एक्सिस बैंक के साथ साझेदारी में यह कदम संभव हुआ है, जो व्यापारियों की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने और अधिक से अधिक सुविधा प्रदान करने पर रेजरपे के फोकस को साझा करता है. रेजरपे के एमडी और सह-संस्थापक शशांक कुमार ने कहा, "प्रभाव लाने के लिए इस सक्षमता के लिए, किसी भी पेमेंट गेटवे इंफ्रास्ट्रक्च र की तैयारी आवश्यक है। इस संदर्भ में, रेजरपे ने हमारे व्यापारियों के लिए यूपीआई पर क्रेडिट कार्ड लेनदेन को लोकतांत्रित करने की दिशा में पहला कदम उठाया है. यह भी पढ़े: UPI Payment Charges: अफवा फैलाने वालों की बोलती सरकार ने की बंद, Paytm, Google Pay और Phonepe इस्तेमाल करो बिना टेंशन
लगभग 250 मिलियन भारतीय अपने दैनिक लेन-देन के लिए यूपीआई का उपयोग करते हैं और लगभग 50 मिलियन उपयोगकर्ताओं के पास एक या अधिक क्रेडिट कार्ड हैं. कंपनी ने कहा कि एचडीएफसी बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक और इंडियन बैंक के ग्राहक सबसे पहले इस नवाचार का लाभ उठा रहे हैं.
एनपीसीआई में कॉपोर्रेट और फिनटेक रिलेशनशिप के प्रमुख, नलिन बंसल ने कहा, "यह भारत में संरचित क्रेडिट बुनियादी ढांचे के विस्तार के लिए सरकार के ²ष्टिकोण के अनुरूप क्रेडिट रेल पर भारत भर के व्यापारियों के साथ निर्बाध रूप से लेनदेन करने में उपयोगकर्ताओं को सक्षम करेगा.
आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, देश में क्रेडिट कार्ड उद्योग पिछले तीन वर्षो में 30 प्रतिशत की दर से लगातार बढ़ा है. एक्सिस बैंक के प्रेसिडेंट और हेड- कार्डस एंड पेमेंट्स संजीव मोघे ने कहा, "हमारा मानना है कि इस कदम से अगले 2-3 सालों में ग्राहकों के भुगतान करने के तरीके को बदलने की क्षमता है.