रहें अलर्ट! वरना Fake APP से बैंक अकाउंट खाली होने में नहीं लगेगा समय

अगर आप ऑनलाइन या मोबाईल बैंकिंग करते है तो यह खबर आपके लिए है. दरअसल ना जानें ऐसे कितने फर्जी मोबाइल एप्लीकेशन इंटरनेट पर मौजूद है जिससे चंद सेकंड में आपका बैंक अकाउंट खाली किया जा सकता है.

स्मार्टफोन (Photo Credits: Facebook)

नई दिल्ली: अगर आप ऑनलाइन या मोबाईल बैंकिंग करते है तो यह खबर आपके लिए है. दरअसल ना जानें ऐसे कितने फर्जी मोबाइल एप्लीकेशन इंटरनेट पर मौजूद है जिससे चंद सेकंड में आपका बैंक अकाउंट खाली किया जा सकता है. यहां गौर करनेवाली बात यह है कि इस सेंधमारी की कड़ी में स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई, एक्सिस और सिटी बैंक समेत कई शीर्ष बैंकों के फर्जी एप मौजूद हैं. वहीं बैंकों ने कहा कि उन्हें ऐसे फेक एप होने की कोई जानकारी नहीं है.

आईटी सुरक्षा से जुड़ी कंपनी सोफोज लैब्स ने एक रिपोर्ट में दावा किया है कि गूगल प्लेस्टोर पर कई शीर्ष बैंकों के फर्जी एप मौजूद हैं जिनके जरिये इन बैंकों के हजारों ग्राहकों से जुड़े डेटा चोरी हो चुके होंगे और आगे भी इसकी आशंका बनी हुई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, सिटी बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और यस बैंक के फर्जी एप प्लेस्टोर पर मौजूद हैं.

भारतीय स्टेट बैंक ने अब तक इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. जबकि सिटी इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि उसका बैंक रिपोर्ट में उल्लेखित एप से किसी भी प्रकार से प्रभावित नहीं हुआ है. बैंक ने सोफोज लैब को लिखित में कहा है कि रिपोर्ट से उसका नाम हटाया जाए. वहीं यस बैंक ने इस बारे में कहा कि बैंक के साइबर धोखाधड़ी विभाग को इससे अवगत कराया गया है.

हूबहू असली जैसा दिखता है-

इन फर्जी एंड्रॉयड एप में बैंक का असली लोगो लगा होता है. जिस वजह से लोग असली और नकली एप के बीच अंतर नहीं कर पाते हैं. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ऐसे एप में मौजूद मालवेयर अब तक संभवत: हजारों उपभोक्ताओं तथा क्रेडिट कार्डों की सूचनाएं चोरी कर चुके हैं.

डाउनलोड करने के लिए देते है लालच-

नकली एप अधिकतर कैश बैक, नि:शुल्क मोबाइल डेटा और बिना ब्याज का कर्ज समेत गिफ्ट का वादा करते है. जिससे लालच में आकर उपभोक्ताओं इसे डाउनलोड करें और प्रलोभन में आकर इस्तेमाल करे.

ऐसे करें बचाव-

कुछ सावधानियाँ बरतने पर फर्जी एप को जानकारियों की चोरी करने से रोका जा सकता है. सोफोज लैब्स के शोधकर्ता पंकज कोहली ने कहा कि इस तरह के नकली एप का होना कोई नहीं बात नहीं हैं. इस तरह के मालवेयर विभिन्न तरीकों से एंड्रॉयड एप प्लेस्टोर में सेंध लगाते रहते है. इसलिए कोई भी बैंकिंग एप अपने मोबाइल में इंस्टाल करने से पहले अच्छी तरह से जांच लें. इसके साथ ही मोबाइल में हमेशा ऐसे एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करने की हिदायत दी दी जाती है जिससे मालवेयर से सुरक्षा तथा इंटरनेट सुरक्षा मिल सके. आधार डेटा चोरी: इन तरीकों से रख सकते हैं अपने डेटा को सुरक्षित

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