आधार कार्ड भारत का सबसे अहम पहचान पत्र है, जो सरकार की कई योजनाओं का फायदा हासिल करने के लिए जरुरी है. इसके अलावा बैंक अकाउंट और पैन कार्ड से आधार को लिंक करना भी अनिवार्य है. सरकार की ओर से आधार को सिम कार्ड से जोड़ने को भी कहा गया है. मगर हाल के दिनों में आधार के डाटा लीक को लेकर कई दावे किए जा रहे हैं. हाल ही में टेलीकॉम रेगुलेटरी ट्राई प्रमुख आरएस शर्मा ने अपना आधार नंबर सोशल मीडिया पर डाला था जिसके बाद कई लोगों ने उनकी व्यक्तिगत जानकारी, पैन, मोबाइल नंबर, घर का पता इत्यादि बताना शुरू कर दिया था.
पूर्व में भी आधार डाटा चोरी की कई ख़बरें आ चुकी है. आधार डेटा चोरी रोकने के लिए आप ये उपाय कर सकते हैं.
बायोमेट्रिक लॉक:
आप अपनी निजी जानकारी को चोरी होने से रोकने के लिए बायोमेट्रिक डेटा को लॉक कर सकते हैं. बायोमेट्रिक में फिंगरप्रिंट और रेटिना आधार कार्ड के लिए इस्तेमाल की जाती है. आधार बायोमेट्रिक लॉकिंग सिस्टम इसके धारकों को लॉक और टेम्पररी अनलॉक करने की सुविधा देता है. इससे आधार के गलत उपयोग से बचा जा सकता है.
ऐसे करें अपने डेटा को बायोमेट्रिक लॉक:
- सबसे पहले www.uidai.gov.in पर जाएं.
- वहां आपको आधार सर्विस में लॉक बायोमेट्रिक का आप्शन नजर आएगा. इसपर क्लिक करने से दूसरी विंडो खुलेगी.
- इसके बाद आपको अपना आधार नंबर डालना होगा. आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा.
- ओटीपी डालने के बाद बायोमेट्रिक लॉकिंग पर क्लिक कर उसे एनेबल करें.
आधार वर्चुअल ID:
आधार डेटा को और सुरक्षित बनाने के लिए UIDAI ने आधार वर्चुअल आईडी बनाया है.इससे आप मोबाइल से लेकर बैंकिंग सेवा में जहां भी आधार नबंर अनिवार्य हैं वहां अपना आधार वर्चुअल आईडी इस्तेमाल कर सकते हैं. यह 16 डिजिट का नंबर है जिसे आधार के विकल्प के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकेगा. इसे आधार कार्ड धारक कई बार बदल सकते हैं.
ऐसे बनाए वर्चुअल ID:
- इसे बनाना बेहद आसन है. सबसे पहले आप UIDAI के वेबसाइट पर जाएं और वर्चुअल आईडी के आप्शन पर क्लिक करें.
- यहां आपको अपना अपना अधर नंबर डालना होगा जिसके बाद आपके रजिस्टर्ड नंबर पर ओटीपी आएगा.
- ओटीपी डालने के बाद आपको दो ऑप्शन्स दिखेंगे, पहला कि आप एक नया वर्चुअल आईडी जनरेट कर सकते हैं और दुसरे से आप अपने पुराने वर्चुअल आईडी को रिकवर कर सकते हैं.
- नए VID पर क्लिक करने के बाद आपके फोन पर एसएमएस आएगा, जिसमें आपका वर्चुअल आईडी आएगा. आप अपने इस वर्चुअल आईडी को बैंक और अन्य जरूरी सेवाओं में इस्तेमाल कर सकते हैं
एम आधार एप:
एम आधार एप के जरिए आप अपनी आधार प्रोफाइल को फोन में रख पाएंगे साथ ही बायोमैट्रिक जानाकरी साझा करनी है, इसे भी कंट्रोल कर पाएंगे. एम आधार को गूगल के प्लेस्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है लेकिन इसके लिए आपको आधार से जुड़ा हुआ मोबाइल नंबर चाहिए. ये एप उन यूजर्स लिए काफी कारगर है जिन्हें अपना आधार कार्ड अपने साथ रखने में खतरा महसूस होता है.