नई दिल्ली, 7 अगस्त : पेरिस ओलंपिक में भारतीय महिला रेसलर विनेश फोगाट के अयोग्य घोषित होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा से बात की. पीएम मोदी ने उनसे इस मुद्दे और विनेश फोगाट के बाहर होने के बाद भारत के पास मौजूद विकल्पों के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी मांगी है.
सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी ने पीटी उषा से विनेश के मामले में हर संभव सभी विकल्पों का पता लगाने के लिए कहा है. उन्होंने पीटी उषा से यह भी आग्रह किया कि अगर इससे विनेश फोगाट को मदद मिलती है तो वह अयोग्यता के संबंध में कड़ा विरोध दर्ज कराएं. यह भी पढ़ें : Vinesh Phogat’s Disqualification: पेरिस ओलंपिक से डिसक्वालीफाई होने पर विनेश फोगाट के पिता-चाचा दुखी, कहा- ‘अब कुछ नहीं बचा’ देश को हुआ बड़ा नुकसान- VIDEO
इससे पहले पेरिस ओलंपिक में भारतीय महिला रेसलर विनेश फोगाट के अयोग्य घोषित होने पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पीएम मोदी ने लिखा, ''विनेश, आप चैंपियनों में चैंपियन हैं! आप भारत का गौरव हैं और हर भारतीय के लिए प्रेरणा हैं. आज की असफलता दुख देती है. काश मैं शब्दों में उस निराशा को व्यक्त कर पाता जो मैं अनुभव कर रहा हूं. साथ ही, मैं जानता हूं कि आप लचीलेपन की प्रतिमूर्ति हैं. चुनौतियों का सामना करना हमेशा से आपका स्वभाव रहा है और मजबूत होकर वापस आओ! हम सब आपके लिए प्रार्थना कर रहे हैं.''
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी विनेश के अयोग्य घोषित होने पर एक्स पोस्ट में लिखा, ''विनेश फोगाट के फाइनल में न खेल पाने की चर्चा के तकनीकी कारणों की गहरी जांच-पड़ताल हो और सुनिश्चित किया जाए कि सच्चाई क्या है और इसके पीछे की असली वजह क्या है.'' भारतीय महिला रेसलर विनेश फोगाट 50 किलोग्राम महिला वर्ग की रेसलिंग के फाइनल से बाहर हो गई हैं. फोगाट को ओवरवेट होने की वजह से डिसक्वालीफाई किया गया है. भारतीय कुश्ती और देश के लिए यह एक बड़ा झटका है, क्योंकि विनेश फोगाट गोल्ड मेडल जीतने के बेहद करीब थीं.
भारतीय ओलंपिक संघ ने कहा, "भारतीय दल महिला कुश्ती 50 किग्रा वर्ग से विनेश फोगाट के अयोग्य घोषित किए जाने की खबर आपसे साझा करता है. रात भर टीम द्वारा किए गए बेहतरीन प्रयासों के बावजूद, आज सुबह उनका वजन 50 किग्रा से कुछ ग्राम अधिक था. इस समय दल द्वारा कोई और टिप्पणी नहीं की जाएगी. भारतीय दल आपसे विनेश की निजता का सम्मान करने का अनुरोध करता है. वह मौजूदा प्रतियोगिताओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहेगी. इसके अलावा, भारतीय पहलवान को यूडब्ल्यूडब्ल्यू नियमों के अनुसार अंतिम स्थान दिया जाएगा.