नाओमी ओसाका ग्रैंडस्लैम सिंगल्स खिताब जीतने वाली पहली जापानी खिलाड़ी बनी जबकि यूएस ओपन फाइनल में उनके हाथों शिकस्त झेलनी वाली उनकी रोल मॉडल सेरेना विलियम्स ने चेयर अंपायर को गुस्से में ‘चोर’करार दिया. फ्लशिंग मीडोज पर ओसाका ने अमेरिका की सेरेना विलियम्स को सीधे सेटों में 6-2, 6-4 से मात देकर हराया. ओसाका ग्रैंडस्लैम जीतने वाली जापान की पहली पुरुष/महिला टेनिस खिलाड़ी बनी. वह किसी ग्रैंडस्लैम के फाइनल में पहुंचने वाली जापान की पहली महिला टेनिस खिलाड़ी तो बनी ही थीं, अब उन्होंने सेरेना को मात देकर इतिहास रच दिया.
वही रैकेट से फाउल पर सेरेना को जब दूसरी बार आचार संहिता के उल्लंघन की चेतावनी और एक अंक की पेनल्टी दी गई तो यह अमेरिकी खिलाड़ी गुस्से से भड़क गई. रोते हुए सेरेना ने अंपायर को ‘चोर’ करार दिया और गुस्से में इस अधिकारी को माफी मांगने को कहा.
Serena Williams will never cheat you are winner always have been forever will be #Serena @serenawilliams pic.twitter.com/Sspwxr1UY8
— ESTHER BODY-LAWSON (@Bodyesther) September 8, 2018
अंपायर रामोस ने इसके बाद नाराज सेरेना को अंपायर संहिता के तीसरे उल्लंघन के लिए एक गेम की पेनल्टी दी जिससे ओसाका दूसरे सेट में 5-3 से आगे और जीत से एक गेम दूर हो गई. तीसरा उल्लंघन अपशब्दों का इस्तेमाल करने पर था. सेरेना ने अगला गेम जीता लेकिन ओसाका ने अपनी सर्विस बचाकर अपने देश के लिए एतिहासिक जीत दर्ज की.
नाओमी ओसाका 9 साल में यूएस ओपन के फाइनल में पहुंचने वाली सबसे युवा महिला टेनिस खिलाड़ी बनी। इससे पहले कैरोलिन वोज्नियाकी ने 2009 यूएस ओपन फाइनल में जगह बनाई थी. तब उनकी उम्र 19 साल 64 दिन थी. वैसे, सबसे कम उम्र में यूएस ओपन खेलने का रिकॉर्ड मारिया शारापोवा के नाम है. उन्होंने 2006 में सिर्फ 19 साल की उम्र में फाइनल खेलकर खिताब जीता.
ओसाका ने मैच के बाद कहा, ‘अब भी लग ही नहीं रहा कि वास्तव में ऐसा हो गया है. शायद कुछ दिनों में मुझे अहसास होगा कि मैंने क्या किया है.’
पेनल्टी के जरिए एक गेम मिलने पर ओसाका ने कहा, ‘जब सब कुछ हुआ तो स्कोर 5-3 था इसलिए मैं थोड़ी भ्रम में थी.’
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगा कि मुझे अपना ध्यान केंद्रित रखना होगा. वह चैंपियन खिलाड़ी है इसलिए मुझे पता है कि वह किसी भी अंक के समय वापसी कर सकती है.
(भाषा इनपुट के साथ)