कैलिफोर्निया, 18 मार्च: इंडियन वेल्स ओपन फाइनल में कार्लोस अल्कराज ने डेनियल मेदवेदेव को 7-6(5), 6-1 से हराकर अपनी ट्रॉफी का बचाव किया, जबकि इगा स्वीयाटेक ने पूरे टूर्नामेंट में एक भी सेट गंवाए बिना मारिया सक्कारी को 6-4, 6-0 से हराकर अपने करियर का 20वां खिताब जीता. यह भी पढ़ें: NZ vs PAK: शादाब खान ने शाहीन अफरीदी का किया बचाव, कहा - एक हार के बाद हटाना ठीक नहीं
कार्लोस अल्कराज के लिए, अपने खिताब की रक्षा करने की यात्रा चुनौतियों से भरी थी. टखने की समस्या से जूझ रहे युवा स्पैनियार्ड को फाइनल में डेनियल मेदवेदेव के खिलाफ एक कठिन लड़ाई का सामना करना पड़ा.
फाइनल मैच में एक मुश्किल शुरूआती सेट के बाद अल्कराज ने शानदार कमबैक किया। इस सेट में मेदवेदेव 6-5 से आगे थे. हालांकि, अल्कराज ने टाई-ब्रेक के जरिए वापसी करते हुए 7-5 से बढ़त हासिल की.
दूसरे सेट में मैच की कहानी अलग दिखी और अल्कराज ने विश्व नंबर 4 को हराते हुए वर्ष का अपना पहला खिताब जीता. साथ ही ये उनका पिछली गर्मियों में विंबलडन के बाद पहला खिताबी जीत भी है.
अल्कराज इंडियन वेल्स ताज का सफलतापूर्वक बचाव करने वाले केवल छठे खिलाड़ी हैं। साथ ही 2016 में नोवाक जोकोविच के बाद इंडियन वेल्स में लगातार दो बार जीतने वाले पहले खिलाड़ी हैं.
अपनी शानदारक जीत पर अल्कराज ने हर चुनौतियों पर डटे रहने और इंडियन वेल्स के भव्य मंच पर इस क्षण का लाभ उठाने के लिए सबका आभार व्यक्त किया.
उनकी जीत न केवल टेनिस जगत में एक उभरते सितारे के रूप में उनकी स्थिति को मजबूत करती है, बल्कि दृढ़ता और आत्म-विश्वास की शक्ति के प्रमाण को भी दर्शाती है.
अल्कराज ने कहा, "मैं अभी बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं, यह टूर्नामेंट मेरे लिए बहुत मायने रखता है. यहां खेलना मेरे लिए बहुत खास है लेकिन मुझे लगता है कि यह साल कुछ ज्यादा ही खास है क्योंकि टूर्नामेंट से पहले मैं सोच रहा था कि मैं अपना सर्वश्रेष्ठ खेल पाऊंगा या नहीं."
"मैं टखने की चोट के कारण अच्छा महसूस नहीं कर रहा था. इसलिए मेरे मन में बहुत संदेह था, लेकिन मैं उन समस्याओं से उबरने में सक्षम होने और अंत में बेहतर महसूस करने से वास्तव में खुश था."
महिलाओं के फाइनल में, इगा स्वीयाटेक ने मारिया सक्कारी पर दो सीधे सेटों में शानदार जीत के साथ महिला सर्किट पर अपना दबदबा दिखाया.
युवा खिलाड़ी स्वीयाटेक ने शुरुआत में ही 3-0 की बढ़त बना ली, लेकिन सक्कारी ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए वापसी की और अपने प्रतिद्वंद्वी के लिए खतरा पैदा करना शुरू कर दिया.
इसके बाद ग्रीक खिलाड़ी ने स्वीयाटेक के साथ स्कोर 3-3 से बराबर कर दिया और फिर मैच यहां से बढ़कर 4-4 की बराबरी पर गया। कुल मिलाकर दोनों खिलाड़ियों ने एक दूसरे को कड़ी चुनौती दी। लेकिन अंत में, पोलैंड के उभरते सितारे ने पहला सेट 6-4 से जीत लिया.
स्वीयाटेक ने अपने 69 डब्ल्यूटीए 1000 मैचों में से हर एक में जीत हासिल की है। स्वीयाटेक ने अपनी शानदार फॉर्म का प्रदर्शन करते हुए दुनिया की 9वें रैंक की खिलाड़ी को हराया.
स्वीयाटेक ने लगभग हर मुकाबले में अपनी सर्वोच्च गुणवत्ता दिखाई. फाइनल मुकाबले के अंतिम सेट में मारिया पूरी लाचार दिखीं.
दूसरे सेट में मारिया सक्कारी को 6-0 से हार का सामना करना पड़ा, जिसका अंत पहले सेट के ठीक 20 मिनट बाद हुआ.