ऑस्ट्रेलिया ने भारत को शूटआउट में 3-0 से हरा कर भारतीय महिला हॉकी टीम का कॉमनवेल्थ गेम्स के फाइनल में पहंचने का सपना तोड़ दिया, सविता पुनिया की अगुवाई वाली भारत की टीम ने सेमीफाइनल में बहादुरी से मुकाबला करते हुए 1-1 से बराबरी की, लेकिन शूटआउट में गोल करने में चूक गए, ऑस्ट्रेलिया के लिए शूटआउट में एम्ब्रोसिया मेलोन, एमी लॉटन और कैटलिन नोब्स ने गोल करके सपने साकार होने बंचित कर दिया. यह भी पढ़ें:कॉमनवेल्थ में भारत को मिला एक और गोल्ड मेडल, बजरंग पूनिया ने रेसलिंग में किया कमाल
खेल के दौरान ऑस्ट्रेलिया के लिए रेबेका ग्रीनर (10वें मिनट) ने एकमात्र गोल किया, जबकि वंदना कटारिया ने 49वें मिनट में भारतीय टीम की ओर से एकमात्र गोल कर पायी.
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने शुरूआती दबाव बनाने के इरादे से खेल की शुरूआत की, जबकि भारतीयों ने अपना धैर्य रखा और मौके बनाने की पूर्ण जोर कोशिश की लेकिन ऑस्ट्रेलिया की रणनीति रंग लाई और वो शुरूआती गोल करने के करीब आए लेकिन सविता ने अच्छा सेव कर लिया. ऑस्ट्रेलिया को एक फ्री किक मिला लेकिन भारत ने इसे सफलतापूर्वक रोक रोकते हुए, नवनीत कौर ने कुछ ही देर बाद भारत के लिए पेनल्टी कार्नर जीती, लेकिन उसका कुछ फायदा नहीं उठा पाई.
उसके बाद, ऑस्ट्रेलिया ने आक्रामक खेल दिखाते हिए मैच की रंग ही बदल डाली , रेबेका ग्रीनर ने 10वें मिनट में टैप-इन गोल कर टीम को बढ़त दिलायी , ऑस्ट्रेलिया को एक और मौका मिला लेकिन मोनिका के शानदार डिफेंस ने उसे रोकते हुए अपने टीम के लिए एक गोल बचाईं. पहले क्वार्टर के अंतिम कुछ मिनटों में, भारत ने एक फ्री हिट और पेनल्टी कार्नर अर्जित किया, लेकिन यह प्रतियोगिता को बराबरी तक करने के लिए पर्याप्त नहीं था.
एक गोल से पिछड़ते हुए, भारत ने दूसरे क्वार्टर की शुरूआत आक्रामक तरीके से की और ऑस्ट्रेलियाई Defence पर दाहिनी ओर से दबाव बनाने की कोशिश की लेकिन नेहा के पेनल्टी कार्नर जीतने के बाद भारत ने बराबरी की तलाश में लगातार प्रयास जारी रखा और बराबरी के करीब पहुंच भी गयी.
हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई गोलकीपर ने गुरजीत कौर के ऑन-पॉइंट प्रयास को बचाने में सफल हुयी, 24वें मिनट में संगीता ने गोल पोस्ट पर शानदार शॉट लगाया, लेकिन अलीशा पावर ने उसे सेव करने में कामयाब रही , पांच मिनट शेष रहते भारत ने एक और पेनल्टी कॉर्नर अर्जित किया, लेकिन उससे कुछ नहीं हुआ इसके बाद, दूसरे क्वार्टर में दोनों टीमों ने मिड-फील्ड में दबदबा बनाने की कोशिश की.
चौथे क्वार्टर की शुरूआत के साथ ही भारतीय खिलाड़ियों में जोश दिखाई देने लगा। भारत का प्रयास उस समय सफल हुआ जब वंदना कटारिया ने 49वें मिनट में सुशीला चानू द्वारा पास किए गए बॉल को गोल की और कुछ देर बाद ही वंदना कटारिया ने एक और पेनल्टी कॉर्नर अर्जित किया लेकिन कुछ नहीं हुआ.
भारत के बराबरी के बाद, दोनों देश दूसरे गोल की तलाश में ज्यादा आक्रामक हो गए लेकिन खेल समाप्ति तक कोई सफल नहीं हुआ और खेल शूटआउट द्वारा निर्धारित करना पड़ा.
भारत का अगला मुकाबला सात अगस्त को कांस्य पदक के लिए न्यूजीलैंड से होगा जो एक आखरी उम्मीद होगी भारतीय महिला team के लिए एक मेडल लेकर घर लौटने के लिए