Virat Kohli: पूर्व भारतीय फील्डिंग कोच आर. श्रीधर की किताब में बड़ा खुलासा, कप्तानी के लालच में कोहली ने धोनी से बिगाड़ ली थी रिश्ता
Mahendra Singh Dhoni

हम हमेशा क्रिकेट ग्राउंड पर देखे है कि एमएस धोनी विराट कोहली के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं, उन्होंने कोहली को बहुत कुछ सिखाया और उनके कप्तानी में काफ़ी फलेफूले उनके देख रेख में क्रिकेट के दुनिया के सबसे सफल खिलाड़ियों में ए एक और भारत के सबसे सफल कप्तानो में से एक बने, जिसके वजह से विराट हमेशा धोनी की तारीफ करते रहते है. वे उन्हें अपन आदर्श मानते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि धोनी ने क्रिकेट टीम के कप्तान रहते हुए विराट के लिए काफी कुछ किया है. लेकिन एक समय ऐसा था कि कोहली कप्तानी के लालच में धोनी से रिश्ते बिगड़ने चले थे. एक समय ऐसा भी था कि अगर धोनी नहीं होते तो विराट का करियर खत्म हो सकता था  लेकिन उन्होंने हमेशा उनको सपोर्ट किया और मौके दिए. लेकिन पूर्व भारतीय कोच आर. श्रीधर ने अपने किताब में एक ऐसा खुलासा किया है जिसको पढ़ कर आप भी सोच में पड़ सकते है. यह भी पढ़ें: क्रिकेटर एम. एस. धोनी और विराट कोहली की बेटियों के बारे में अभद्र टिप्पणियों को लेकर प्राथमिकी दर्ज करे दिल्ली पुलिस: स्वाति मालीवाल

किताब कहती है कि धोनी और विराट का रिश्ता 2016 में टूटने वाला था क्योंकि विराट हमेशा के लिए कप्तान बनना चाहते थे, जबकि धोनी कप्तान के रूप में अपनी भूमिका निभाना चाहते थे. हालाँकि, रवि शास्त्री ने हस्तक्षेप किया और समस्या को हल करने में मदद की. विराट और धोनी का ये रिश्ता भारतीय क्रिकेट के लिए काफी अहम था क्योंकि इससे टीम को जोड़े रखने में मदद मिली.

इस किताब के पन्नों के अंदर एक ऐसा राज लिखा है जो बेहद अहम है. बात साल 2016 की है जब आर.के. श्रीधर टीम इंडिया के फील्डिंग कोच थे. उन्होंने लिखा है कि विराट कोहली का पूरा ध्यान वनडे और टी20 टीम का कप्तान बनने पर था और इससे मौजूदा कप्तान धोनी के साथ उनके रिश्तों में दिक्कत आ रही थी.

श्रीधर की किताब 'कोचिंग बियॉन्ड' के पेज 42 के मुताबिक, रवि शास्त्री ने विराट कोहली को बताया कि उन्हें क्रिकेट के तीनों प्रारूपों- रेड बॉल, लिमिटेड ओवर और व्हाइट बॉल के लिए कप्तानी दी जाएगी, तब तक विराट को धोनी की कप्तानी का सम्मान करना चाहिए, और समय से पहले अपने लिए कप्तानी लेने की कोशिश नहीं करनी थी.