नई दिल्ली: थाईलैंड की गुफा से बचाए गए 12 बच्चें और उनके कोच को आज अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. अस्पताल से छुट्टी दिए जाने के बाद इन बच्चों ने मीडिया के सामने मुस्कुराते हुए उन्हें बचाने वालों का शुक्रिया अदा किया और कहा कि मौत के मुंह से लौटना उनके लिए किसी चमत्कार से कम नहीं है. चिआंग राय में आयोजित एक कार्यक्रम में मीडिया से चर्चा करते हुए करते हुए बच्चों ने कहा कि हमे जब प्यास लगती तो हम पत्थर से टपक रहे पानी को पिया करते थे. लेकिन इस दौरान हम हिम्मत नहीं हारे. जब गोतोखोर हम तक पहुंचे तो हमे यह सब हैरान और खुशी से झूम उठे.
श्माई ढंग से बचाए गए बच्चें आज से करीब 18 दिन पहले 23 जून को उस समय उत्तरी थाईलैंड की थाम लुआंग गुफा में फंस गए थे. जब इन्होंने अपने कोच के साथ उस गुफा में एक पार्टी मनाने गए थे. ये खिलाड़ी अपने कोच के साथ जहां पर ठहरे थे. वहा पर अचानक से बाढ़ का पानी भर गया और सभी लोग वहां पर फंस गए
#WATCH: All 12 Boys of the Wild Boars soccer team who spent more than 2 weeks trapped in Tham Luang cave showcase their football skills before the press briefing #Thailand pic.twitter.com/VVWXhlmW1R
— ANI (@ANI) July 18, 2018
इनके में फंसे होने की खबर थाईलैंड सरकार को किसी तरह लगने के बाद कई दिन तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद 10 जुलाई को इन लोगों को अचेत अवस्था में गुफा से निकालकर थाईलैंड के चियांग राय प्रांत अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां पर इन सभी लोगों का कई दिन तक चले इलाज के बाद आज अस्पताल से छुट्टी दी गई.
अपने बच्चों को सही सलामत पाकर इनके माता पिता की आँखों में ख़ुशी से आंसू देखने को मिला. गुफा में फंसे इन बच्चों की उम्र 11और 16 की बीच बताई जा रही है ये सभी वाइल्ड बोअर्स क्लब के खिलाड़ी है.