भारत की बेटी हिमा दास ने फिनलैंड में रचा इतिहास, विश्व जूनियर एथलेटिक्स में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं
यह पहली मौका है जब किसी भारतीय ने आईएएएफ के ट्रैक स्पर्धा में गोल्ड मेडल हासिल हुआ है. उनसे पहले भारत की कोई महिला खिलाड़ी जूनियर या सीनियर किसी भी स्तर पर विश्व चैम्पियनशिप में गोल्ड नहीं जीत सकी थी.
भारत की बेटी हिमा दास ने पुरे विश्व में देश का नाम रौशन कर दिया है. उन्होंने फिनलैंड में चल रहे आईएएफ वल्र्ड अंडर-20 चैम्पियनशिप की महिलाओं की 400 मीटर स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीत कर इतिहास रच दिया है. हिमा ने राटिना स्टेडियम में खेले गए फाइनल में 51.46 सेकेंड का समय निकालते हुए जीत हासिल की. इसी के साथ वह इस चैम्पियनशिप में सभी आयु वर्गो में स्वर्ण जीतने वाली भारत की पहली महिला बन गई हैं. रोमानिया की एंड्रिया मिकलोस को सिल्वर और अमरीका की टेलर मैंसन को ब्रॉन्ज़ मेडल मिला.
यह पहली मौका है जब किसी भारतीय ने आईएएएफ के ट्रैक स्पर्धा में गोल्ड मेडल हासिल हुआ है. उनसे पहले भारत की कोई महिला खिलाड़ी जूनियर या सीनियर किसी भी स्तर पर विश्व चैम्पियनशिप में गोल्ड नहीं जीत सकी थी.
बता दें कि जब दौड़ शुरू हुई तो हिमा काफी पीछे थी मगर फिर उन्होंने अपनी स्पीड को बढ़ाया और इतिहास रच दिया. स्पर्धा के बाद जब हिमा ने गोल्ड मेडल लिया और सामने राष्ट्रगान बजा तो उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े.
बता दें कि 58वीं राष्ट्रीय अंतर-राज्य एथलेटिक्स चैंपियनशिप में हिमा ने 200 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक हासिल किया था. उन्होंने ओडिशा की दुती चंद को पछाड़कर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया था. सातवीं लेन में दौड़ रही 18 साल की हिमा ने 23.10 सेकेंड के साथ पहला स्थान हासिल किया था.