Yashasvi Jaiswal Milstone: ऑस्ट्रेलिया में सचिन तेंदुलकर के ऑलटाइम रिकॉर्ड के करीब यशस्वी जायसवाल, मात्र इतने रन बना कर रच देंगे इतिहास
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले ही यशस्वी जायसवाल को "नया किंग" का तमगा दे दिया गया था. जायसवाल ने अपने शानदार रिकॉर्ड के साथ ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर कदम रखा, लेकिन सवाल यह था कि क्या वह वहां की चुनौतीपूर्ण पिचों और दमदार गेंदबाजी के सामने वैसी ही सफलता हासिल कर पाएंगे, जैसी उन्होंने भारत में की थी.
Australia National Cricket Team vs India National Cricket Team: ऑस्ट्रेलिया राष्ट्रीय क्रिकेट बनाम भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम 5 मैचों के टेस्ट सीरीज( Test Series) का दूसरा मुकाबला 06 दिसम्बर( शुक्रवार) से एडिलेड(Adelaide) के एडिलेड ओवल(Adelaide Oval) में खेला जाएगा. ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले ही यशस्वी जायसवाल को "नया किंग" का तमगा दे दिया गया था. जायसवाल ने अपने शानदार रिकॉर्ड के साथ ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर कदम रखा, लेकिन सवाल यह था कि क्या वह वहां की चुनौतीपूर्ण पिचों और दमदार गेंदबाजी के सामने वैसी ही सफलता हासिल कर पाएंगे, जैसी उन्होंने भारत में की थी. यह भी पढ़ें: चैंपियंस ट्रॉफी पर फिर लटकी तलवार! BCCI ने पाकिस्तान के साझेदारी प्रस्ताव को नकारा, PCB और ICC के सामने नई मुश्किलें
पहली पारी में जायसवाल को एक बड़ा झटका लगा, जब वह बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए. लेकिन उनके आत्मविश्वास और जुझारूपन का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने दूसरी पारी में जबरदस्त वापसी की. पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में जायसवाल ने ताबड़तोड़ 161 रन बनाकर न केवल भारत की पारी को मजबूती दी, बल्कि भारत को 295 रनों की बड़ी जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई.
जायसवाल का यह साल टेस्ट क्रिकेट में शानदार रहा है. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में 700 से ज्यादा रन बनाए. हालांकि, बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ उनका प्रदर्शन उतना प्रभावशाली नहीं रहा, लेकिन बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की शुरुआत उन्होंने धमाकेदार तरीके से की. इस साल टेस्ट में यशस्वी जायसवाल ने अब तक 1280 रन बनाए हैं, और वह इस साल जो रूट के बाद दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. खास बात यह है कि जायसवाल अब सचिन तेंदुलकर के उस रिकॉर्ड के बेहद करीब पहुंच गए हैं, जिसमें उन्होंने 2010 में एक कैलेंडर वर्ष में सबसे ज्यादा 1562 रन बनाए थे. यशस्वी को इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए सिर्फ 283 रन की जरूरत है, और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अभी तीन टेस्ट बाकी हैं.
दुनिया में एक कैलेंडर वर्ष में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के मोहम्मद यूसुफ के नाम है, जिन्होंने 2006 में 11 टेस्ट में 1788 रन बनाए थे। हालांकि, यशस्वी के पास भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम करने का शानदार मौका है. पर्थ टेस्ट में केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल की ओपनिंग जोड़ी ने शानदार शुरुआत दी. लेकिन कप्तान रोहित शर्मा के टीम में वापस आने से यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि अगला टेस्ट कौन ओपन करेगा.