नई दिल्ली, 18 फरवरी: दक्षिण अफ्रीका के महान क्रिकेटर माइक प्रॉक्टर का 77 साल की आयु में निधन हो गया. आईसीसी की रिपोर्ट के अनुसार, माइक प्रॉक्टर की पत्नी मैरीना ने शनिवार देर रात दक्षिण अफ्रीकी मीडिया को यह जानकार दी. यह भी पढ़ें: Yashasvi Jaiswal New Milestone: राजकोट टेस्ट में यशस्वी जायसवाल ने की छक्कों की बरसात, इस मामले में रोहित शर्मा और एमएस धोनी को छोड़ा पीछे; देखें दिलचस्प आकंड़े
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से प्रतिबंधित होने से पहले 1970 में प्रॉक्टर ने दक्षिण अफ्रीका के लिए सात टेस्ट खेले थे. प्रॉक्टर को एक महान टेस्ट खिलाड़ी माना जाता है. उनके सात टेस्ट मैचों में से छह में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत हासिल की थी. अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर के समाप्त होने से पहले सिर्फ 15.02 की औसत से 41 विकेट लिए थे.
73 रन देकर 6 विकेट का उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पोर्ट एलिजाबेथ में उनकी अंतिम उपस्थिति की दूसरी पारी में आया, इससे 323 रन की जीत हासिल हुई.
प्रॉक्टर को बल्ले से अपनी ताकत के लिए भी जाना जाता था. उन्होंने 1969/1970 में ऑस्ट्रेलिया को 4-0 से हराने में अहम भूमिका निभाई थी और दक्षिण अफ्रीका के लिए उनके योगादन को विजडन ने स्वीकार किया था. 1970 में उन्हें वर्ष के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों में से एक के रूप में नामित किया था.
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पुनः प्रवेश के समय प्रॉक्टर दक्षिण अफ़्रीका के कोच थे. उन्होंने प्रोटियाज़ को 1992 क्रिकेट विश्व कप को सेमीफ़ाइनल तक पहुंचाया. बाद में उन्होंने 2002 और 2008 के बीच आईसीसी मैच रेफरी के रूप में काम किया, जहां विवादों ने उनका पीछा किया.
प्रॉक्टर ने 2008 में ऑस्ट्रेलिया के हरफनमौला खिलाड़ी एंड्रयू साइमंड्स पर कथित तौर पर नस्लवादी टिप्पणी करने के लिए भारत के हरभजन सिंह पर तीन टेस्ट मैचों का प्रतिबंध लगा दिया था.