मुंबई: टीम इंडिया (Team India) और इंग्लैंड (England) के बीच बर्मिंघम (Birmingham) में 1 जुलाई से एकमात्र टेस्ट खेला जाएगा. इससे पहले टीम इंडिया लीसेस्टर काउंटी टीम के खिलाफ 24 जून से अभ्यास मैच खेलेगी. इसके लिए टीम इंडिया लीसेस्टर पहुंच भी चुके हैं. पिछले साल टीम इंडिया पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए इंग्लैंड पहुंची थी, लेकिन चार मैचों के बाद भारत के कुछ खिलाड़ी और कोच कोरोना (Corona) संक्रमित पाए गए थे. ऐसे में आखिरी मुकाबले को स्थगित करना पड़ा था. अभी टीम इंडिया सीरीज में 2-1 से आगे है और उसके पास सीरीज जीतने का मौका भी है. IND vs ENG Test Series: टीम इंडिया के खिलाफ नंबर 1 बल्लेबाज बन सकते हैं जो रूट, तोड़ देंगे सचिन तेंदुलकर का ये अनोखा रिकॉर्ड
टीम इंडिया अगर आखिरी मुकाबला जीतती हैं या ड्रॉ कराती है, तो 15 साल बाद इंग्लैंड में टीम इंडिया इतिहास दोहराएगी. साल 2007 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को इंग्लैंड में 1-0 से टेस्ट सीरीज जीती थीं. इसके बाद भारतीय टीम ने इंग्लैंड की धरती पर कोई द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज नहीं जीती है. उस समय इंग्लैंड टीम के कप्तान माइकल वॉन इंग्लैंड थे.
अब 15 साल बाद एक बार फिर टीम इंडिया के पास यहां सीरीज जीतने का मौका है. 15 साल पहले जहां राहुल द्रविड़ ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को इंग्लैंड की जमीं पर टेस्ट जीताया था तो वहीं इस बार वह टीम के हेड कोच हैं. ऐसे में कप्तान रोहित शर्मा के पास टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास रचने का सुनहरा मौका है. टीम इंडिया ने इंग्लैंड में अब तक 18 टेस्ट सीरीज खेली हैं, इनमें से टीम इंडिया को महज तीन में ही जीत नसीब हुई है, वहीं एक सीरीज ड्रा रही है.
बर्मिंघम की बात करें तो यहां टीम इंडिया का बहुत ही खराब रिकॉर्ड रहा है. टीम इंडिया को यहां अभी तक एक भी टेस्ट मैच में जीत नहीं मिली है. हालांकि इस पिच पर कई खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया हैं. इस मैदान पर टीम इंडिया के पूर्व गेंदबाज चेतन शर्मा ने सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लिए हैं. इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया एक टेस्ट, तीन वनडे और तीन टी20 मैच खेलेगी.