लखनऊ, 30 अक्टूबर: टीम इंडिया ने रविवार को विश्व कप में इंग्लैंड को 100 रन से हराकर अपनी छठी जीत दर्ज की. रोहित शर्मा (87 रन) की कप्तानी पारी और गेंदबाजों की जबरदस्त परफॉर्मेंस ने टूर्नामेंट में भारत की जीत के सफर को कायम रखा. इस जीत से भारत के गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे काफी खुश नजर आए. भारतीय तेज गेंदबाजों ने इंग्लिश बल्लेबाजों को क्रीज पर टिकने का कोई मौका ही नहीं दिया. यह भी पढ़ें: Virat Kohli Flying Kiss To Shami: भारत बनाम इंग्लैंड मैच के दौरान को विराट कोहली ने मोहम्मद शमी को किया फ्लाइंग किस, गले मिलकर मनाया जश्न, देखें वायरल वायरल
भारत के 230 के जवाब में इंग्लैंड ने अपनी पहली 27 गेंदों पर 30 रन बनाए थे, जिससे संकेत मिला कि ओस के कारण लक्ष्य का पीछा करना आसान हो सकता है. लेकिन जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के पास दूसरी योजनाएं थीं।. स्टेडियम में 46,000 प्रशंसकों को तेज गेंदबाजी का एक खास प्रदर्शन देखने को मिला.
बुमराह ने इनफॉर्म बल्लेबाज डेविड मलान (16 रन) को बोल्ड किया और भारत को पहली सफलता दिलाई। इसके बाद जो रूट भी पहली ही गेंद पर बुमराह का शिकार बने. यहां से इंग्लैंड मैच में वापसी नहीं कर पाई और लगातार विकेट गंवाए। बमुराह के बाद इंग्लिश टीम मोहम्मद शमी के आगे लाचार दिखी. तेज गेंदबाजों के कहर से इंग्लैंड बड़ी मुश्किल से बच रही थी, इस बीच जडेजा और कुलदीप ने भी अटैक करना शुरू कर दिया.
आलम यह था कि इंग्लैंड की पूरी टीम 129 रन पर सिमट गई. मैच के बाद गेंदबाजी कोच ने कहा, "मैंने सोचा कि छोटे लक्ष्य का बचाव करने के मामले में, परिस्थितियां आसान नहीं है. ओस थी और विकेट सपाट हो गया था.
पावरप्ले में विकेट लेना महत्वपूर्ण था। लेकिन जिस तरह से टीम इंडिया ने गेंदबाजी की और लगातार विकेट लिए उससे हमारे लिए नींव तैयार हुई और अन्य गेंदबाज वहां से आगे बढ़ सकते हैं। बुमराह और शमी का शानदार स्पेल बेहद खास था.''