लंदन, 23 जून: भारत बनाम न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के बीच साउथहैंपटन (Southampton) में खेले गए आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2021 (ICC World Test Championship 2021) के फाइनल मुकाबले में किवी टीम ने भारत को आठ विकेट से शिकस्त देते हुए इतिहास रच दिया है. न्यूजीलैंड ने भारत द्वारा दिए गए 139 रनों के लक्ष्य को दो विकेट के नुकसान पर प्राप्त कर लिया. टीम के लिए कप्तान केन विलियमसन (Kane Williamson) ने 89 गेंद में आठ चौके की मदद से नाबाद 52 और रॉस टेलर (Ross Taylor) ने 100 गेंद में छह चौके की मदद से नाबाद 47 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली. बात करें फाइनल मुकाबले में भारत की हार में क्या प्रमुख कारण रहे तो वो इस प्रकार हैं-
- भारतीय बल्लेबाजी क्रम फाइनल मुकाबले की दोनों पारियों में बिल्कुल फ्लॉप रही रहे. टीम को विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे और ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ियों से काफी उम्मीदे थीं, लेकिन ये सभी बल्लेबाज पूरी तरह से फ्लॉप रहे. फाइनल मुकाबले में कोहली ने जहां दोनों पारियों में मिलाकर कुल 57 रन बनाए. वहीं पुजारा ने 23, रहाणे ने 64, पंत ने 45, शुभमन गिल ने 36 और रोहित शर्मा ने 64 रन बनाए.
- भारत की हार में मौसम का भी प्रमुख योगदान रहा. भारतीय बल्लेबाज जहां पहली पारी में खराब मौसम के बीच खेले, वहीं किवी टीम को दोनों पारियों में अच्छे मौसम के दौरान बल्लेबाजी करने को मिला.
- टीम इंडिया को चेतेश्वर पुजारा से काफी आस थी, लेकिन वह मैच की दोनों पारियों में बुरी तरह से फ्लॉप हुए. उन्होंने पहली पारी में 54 गेंदों का सामना करते हुए महज आठ और दूसरी पारी में 80 गेंदों का सामना करते हुए केवल 15 रनों की पारी खेली.
- फाइनल मुकाबले में किवी तेज गेंदबाज जहां कहर बरपाती गेंदबाजी कर रहे थे, वहीं भारतीय गेंदबाज साधारण गेंदबाजी करते नजर आए. टीम के लिए पहली पारी में मोहम्मद शमी ने चार और इशांत शर्मा ने तीन सफलता प्राप्त की, लेकिन ये दोनों खिलाड़ी भी दूसरी पारी में एक विकेट भी नहीं चटका सके.
- टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह से फाइनल मुकाबले में काफी उम्मीदें थी, लेकिन वह दोनों पारियों में एक भी सफलता नहीं प्राप्त कर सके. बुमराह ने टीम के लिए पहली पारी में 26 और दूसरी पारी में 10.4 ओवर की गेंदबाजी की.
इन कारणों के अलावा फाइनल मुकाबले में स्टार ऑलराउंडर खिलाड़ी रविंद्र जडेजा से भी लोगों को काफी उम्मीदें थी लेकिन वह बल्ले और गेंद दोनों से बुरी तरह फ्लॉप हुए. बल्लेबाजी के दौरान जडेजा दोनों पारियों में जहां महज 31 रन बनाने में कामयाब रहे, वहीं गेंदबाजी के दौरान उन्हें केवल एक सफलता हाथ लगी.