ब्रेट ली ने वर्ल्ड कप से पहले दी ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों को ये सलाह
ली ने साथ ही कहा कि किसी को यह नहीं सोचना चाहिए की इंग्लैंड में होने वाले विश्व कप में सिर्फ तेज गेंदबाज ही कमाल दिखाएंगे। उन्होंने कहा, "हमें इस बात को ध्यान में रखना होगा कि टूर्नामेंट किस समय पर हो रहा है।
नई दिल्ली. दो बार के विश्व चैम्पियन तेज गेंदबाज ब्रेट ली का मानना है कि मौजूदा विजेता आस्ट्रेलिया में इतना दम है कि वह इंग्लैंड एंड वेल्स में होने वाले विश्व कप में काफी दूर तक जा सके। यहां के कार्यक्रम से इतर ली ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि झाए रिचर्डसन की चोट एरॉन फिंच की कप्तानी वाली आस्ट्रेलियाई टीम के लिए चिंता का विषय नहीं है क्योंकि स्टीवन स्मिथ और डेविड वार्नर के आने से टीम को मजबूती मिली है। ली ने कहा, "वह जितनी दूर जाना चाहें जा सकते हैं। वह अच्छी टीम हैं। झाए रिचर्डसन को चोट लगी है और वह विश्व कप से बाहर हो गए हैं, लेकिन केन रिचर्डसन टीम में आए हैं। देखिए विश्व कप में जो भी टीम जाती है वो पूरी तरह से तैयार रहती है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप इंग्लैंड की विकेटों के साथ कितनी जल्दी ढ़लते हो।"
झाए रिचर्डसन को संयुक्त अरब अमिरात (यूएई) में पाकिस्तान के खिलाफ खेली गई वनडे सीरीज में कंधे में चोट लग गई थी और वह फुल फिटनेस में विश्व कप के बाद खेले जाने वाली एशेज सीरीज के दौरान आ पाएंगे। आस्ट्रेलिया बीते कुछ वर्षो में वनडे क्रिकेट में काफी पिछड़ रही है। उसकी स्थिति स्मिथ और वार्नर पर लगे प्रतिबंध के कारण और बुरी हो गई थी। 2019 में हालांकि आस्ट्रेलिया की किस्मत बदली हुई नजर आ रही है। उसने साल की शुरुआत भारत को उसके घर में 3-2 से मात देने के साथ की थी तो वहीं पाकिस्तान को यूएई में 5-0 से पटखनी दी। यह भी पढ़े-वर्ल्ड कप से पहले ब्रेट ली ने दिया बड़ा बयान, कहा- तेज गेंदबाजों की मदद वाली पिच होनी चाहिए
ली ने साथ ही कहा कि किसी को यह नहीं सोचना चाहिए की इंग्लैंड में होने वाले विश्व कप में सिर्फ तेज गेंदबाज ही कमाल दिखाएंगे। उन्होंने कहा, "हमें इस बात को ध्यान में रखना होगा कि टूर्नामेंट किस समय पर हो रहा है। वो जून और जुलाई का समय होगा और उस समय विकेट तेज गेंदबाजों के लिए ज्यादा मददगार नहीं होंगे।"
बाएं हाथ के पूर्व तेज गेंदबाज के मुताबिक, "इसलिए कई लोगों का लगता है कि यह गेंदबाजों की विकेट होगी, लेकिन ऐसा हो जरूरी नहीं है। मुझे लगता है कि वह नई गेंद से अच्छा करेंगे, लेकिन एक बार जब गेंद की चमक खत्म हो जाएगी तब तेज गेंदबाजों को काफी मुश्किल होगी।"