जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान Brendan Taylor के खिलाफ आईसीसी ने की कड़ी कार्रवाई, सुनाई ये बड़ी सजा
ब्रेंडन टेलर (Photo Credits: Instagram)

दुबई: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने जिम्बाब्वे (Zimbabwe) के पूर्व कप्तान ब्रैंडन टेलर (Brendan Taylor) को क्रिकेट से साढ़े तीन साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है. टेलर ने आईसीसी एंटी करप्शन कोड (ICC Anti Corruption Code) के चार आरोपों के साथ ही एंटी-डोपिंग कोड (Anti-Doping Code) से जुड़े एक अन्य आरोप को भी स्वीकार किया है. आईसीसी ने कहा कि डोपिंग (Doping) के लिए टेलर पर अधिकतम एक महीने का प्रतिबंध लगेगा, जो साढ़े तीन वर्षो के निलंबन के साथ-साथ चलेगा. Brendan Taylor Explosive Confession: ब्रेंडन टेलर ने फोड़ा बड़ा बम, कहा- भारत में जबरदस्ती कोकीन देकर स्पॉट फिक्सिंग करने के लिए किया मजबूर

टेलर ने 2004-2021 के बीच 284 अंतरराष्ट्रीय मैचों में जिम्बाब्वे का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें उन्होंने 17 शतकों के साथ 9,938 रन बनाए. उन्होंने पिछले साल इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. आईसीसी ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि टेलर न केवल प्रस्ताव का खुलासा करने में विफल रहे, बल्कि उन्होंने कथित भ्रष्टाचारियों से उपहार और नकद लिया था.

एक आरोप के अनुसार टेलर (बिना अनावश्यक देरी के) एंटी करप्शन यूनिट (एसीयू) को श्रीलंका और बांग्लादेश के खिलाफ जिम्बाब्वे की आगामी सीरीज में भ्रष्टाचार में शामिल होने के मिले प्रस्ताव का खुलासा करने में विफल रहे थे.

टेलर पर एसीयू जांच में बाधा डालने या देरी करने का भी आरोप लगाया गया. इसमें किसी भी दस्तावेज या अन्य जानकारी को छुपाना, उस जांच से जुड़े सबूत के साथ छेड़छाड़ करके उसे नष्ट करना शामिल है.

आईसीसी ने बताया कि डोपिंग का आरोप आठ सितंबर 2021 को आयरलैंड और जिम्बाब्वे के विरुद्ध मैच के दौरान किए गए टेस्ट के बाद लगाया गया. आईसीसी के एंटी डोपिंग कोड के तहत टेलर ड्रग्स के लिए पॉजिटिव पाए गए थे.

ब्रैंडन टेलर ने सोमवार को एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने कई गंभीर खुलासे किए थे. ब्रैंडन टेलर के मुताबिक उन्हें स्पॉट फिक्सिंग के लिए अप्रोच किया गया था, जिसका आरोप उन्होंने किसी भारतीय बिजनेसमैन पर लगाया था. इसके अलावा ब्रैंडन टेलर ने बताया था कि उन्हें कोकीन भी दी गई थी, जिसके बाद वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल किया गया. इसके अलावा टेलर ने बताया कि अपने वह अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच में पकड़े जाने से पहले वह कई वर्षो तक ड्रग्स टेस्ट में बचते रहे.

आईसीसी की जांच समाप्त होने से पहले, पूर्व क्रिकेटर ने सोशल मीडिया पर एक व्यक्तिगत बयान जारी किया जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें स्पॉट फिक्सिंग के लिए जमा राशि के रूप में 15,000 अमेरिकी डॉलर दिए गए थे और कहा था कि काम होने के बाद उन्हें एक और 20,000 डॉलर का भुगतान किया जाएगा.