Independence Day 2020: आजाद देश भारत की आजाद हवा में सांस लेने वाले सभी हिंदुस्तानियों के लिए 15 अगस्त (15th August) का दिन बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह वही ऐतिहासिक दिन है जब भारत के वीर सपूतों के बलिदान की बदौलत देश अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हो सका था. 15 अगस्त के दिन को पूरे भारत में स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के रूप में मनाया जाता है और इस साल देश आजादी की 74वीं सालगिरह (74th Indian Independence Day) मना रहा है. आजादी के इस शुभ अवसर पर यहां पढ़ें भारतीय टीम की क्रिकेट के मैदान में पांच बड़ी जीत के बारे में-
1983 वर्ल्ड कप:
भारतीय क्रिकेट टीम ने साल 1983 में कपिल देव (Kapil Dev) की अगुवाई में पहली बार ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड तथा वेस्टइंडीज जैसी टीमों को धुल चटाते हुए वर्ल्ड कप को अपने नाम किया था. वर्ल्ड कप मुकाबले में कपिल देव ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया. टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 183 रन बनाए. वहीं कैरेबियाई टीम महज 140 रन पर सिमट गई थी.
नेटवेस्ट ट्रॉफी:
भारतीय टीम ने 13 जुलाई 2002 में नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में शानदार प्रदर्शन करते हुए मेजबान टीम इंग्लैंड को मात दी थी. इस मैच को भारतीय टीम के पूर्व कप्तान एवं मौजूदा समय में बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के लिए भी याद किया जाता है. दरसल इस मुकाबले में मिली जीत के बाद सौरव गांगुली ने लॉर्ड्स की बालकनी में अपनी टी-शर्ट उतार कर जश्न मनाया था.
2007 T20 वर्ल्ड कप:
भारतीय टीम ने साल 2007 में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह की अगुवाई में T20 वर्ल्ड कप को अपने नाम किया था. टीम इंडिया ने 2007 T20 वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में अपने चिर प्रतिद्वंदी देश पाकिस्तान को 5 रन से शिकस्त दी थी.
2011 वर्ल्ड कप:
भारतीय टीम ने साल 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में एक बार फिर इतिहास रचते हुए पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में वर्ल्ड कप को अपने नाम किया. 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में विपक्षीय टीम श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर 274 रन बनाए थे, वहीं जवाब में लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने इसे 10 गेंद बाकी रहते ही 6 विकेट से जीत लिया. टीम के लिए गौतम गंभीर ने 97 और कप्तान धोनी ने नाबाद 91 रन की शानदार पारी खेली थी.
2013 चैंपियंस ट्रॉफी:
साल 2013 में भारतीय टीम ने एक बार फिर पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में इतिहास रचते हुए चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड को 5 रन से मात देते हुए इस ट्रॉफी को अपने नाम किया. बर्मिंघम में खेले गए फाइनल मैच में टीम इंडिया को पहले बल्लेबाजी का न्योता मिला. बारिश के कारण मैच 20-20 ओवरों का रहा. भारत के 130 रनों के लक्ष्य के जवाब में इंग्लैंड की पूरी टीम 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 124 रन ही बना सकी थी.
भारतीय टीम के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को उनके शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए 'मैन ऑफ द मैच' चुना गया. उन्हें टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के लिए गोल्डन बॉल से भी नवाजा गया.