लंदन: इंग्लैंड के पूर्व कप्तान डेविड गावर का मानना है कि क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में दर्शको की दिलचस्पी बनाये रखने के लिए विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप सही दिशा में उठाया गया कदम है जिसका प्रचार सही और व्यावहारिक तरीके से किया जाना चाहिये. गावर भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर फारूख इंजीनियर और पाकिस्तान के पूर्व कप्तान मुश्ताक मोहम्मद के साथ ‘टेस्ट क्रिकेट को कैसे बचाया जाए’ विषय पर यहां शुक्रवार आयोजित "सार्वजनिक चर्चा" में शामिल हुए थे.
उन्होंने कहा, ‘‘ विश्व टेस्ट चैमपियनशिप (2019 में) को लेकर पहले से पहल शुरू की गयी है. मुझे लगता है यह सही कदम है. लोग चाहते है कि महान खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन करे. अगर आपकी पिचें अच्छी हैं तो लोग भी इसमें दिलचस्पी लेंगे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ अगर विराट कोहली कहते है कि टेस्ट क्रिकेट जरूरी है. लोग उनकी बातों को सुनेंगे.’’
इस मौके पर इंजीनियर ने गावर की बातों का समर्थन तो किया लेकिन आगाह भी किया. उन्होंने कहा, ‘‘ दर्शकों के लिए मैदान के दरवाजे खोलने से कोई परेशानी नहीं है लेकिन इंग्लैंड अगर नेपाल के खिलाफ खेलेगा तो क्या टेलीविजन पैसा खर्च करेगा?’’ मुश्ताक ने भी माना कि टेस्ट मैच को व्यावहारिक बनाने के लिए खर्च में कटौती करना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप चाहते है कि टेस्ट क्रिकेट बचा रहे तो आपको दर्शकों को टिकट सस्ते दाम पर उपलब्ध कराने होंगे.’’ इंजीनियर ने कहा, ‘‘ खिलाड़ी खाली स्टेडियम में खेलना पसंद नहीं करते है.’’ अपने जमाने के तीनों दिग्गज दर्शकों की सहूलियत के लिए हालांकि इसमें थोड़े बदलाव के पक्ष में दिखे.
इंजीनियर ने सुझाव दिया, ‘‘ टेस्ट मैच को चार दिन का किया जाना चाहिए जिसमें हर टीम को बल्लेबाजी करने के लिए 100 ओवर मिले और मेहमान कप्तान के पास पहले गेंदबाजी या बल्लेबाजी करने का विकल्प हो.’’ मुश्ताक ने कहा कि दोनों टीमों की पहली पारी को 100-100 ओवर का किया जाना चाहिए. गावर ने भी चार दिवसीय टेस्ट मैच का समर्थन किया.