पाकिस्तान, 24 जनवरी: लाहौर हाईकोर्ट की जस्टिस आयशा ए. मलिक (Ayesha Malik) पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट (Pakistan Supreme Court) की पहली महिला न्यायाधीश (First Woman judge) बन गई हैं. पाकिस्तान जैसे रूढ़िवादी देश के न्यायिक इतिहास में यह एक महत्वपूर्ण क्षण है. पाकिस्तान कानून मंत्रालय की ओर से बीते 21 जनवरी को जारी अधिसूचना के अनुसार, राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने जस्टिस मलिक (55) की पदोन्नति को मंजूरी दे दी थी. अब शपथ लेने के बाद उनकी नियुक्ति प्रभावी हो गई है.

बता दें कि जस्टिस मलिक को 2012 में लाहौर हाईकोर्ट का जज नियुक्त किया गया था. अब वह 2031 में अपनी सेवानिवृत्ति तक सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में काम करेंगी. अपनी वरिष्ठता के आधार पर वह जनवरी 2030 में चीफ जस्टिस बनने की कतार में होंगी. आयशा शादीशुदा है और उनके तीन बच्चे हैं.

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