Ayodhya: अयोध्या में राम जन्मभूमि परिसर में विराजमान रामलला को अब शयन आरती के बाद रजाई ओढ़ाई जा रही है. इसी के साथ सर्दी से बचाव और मंदिर के वातावरण को गर्म रखने के लिए ब्लोअर भी लगा दिया गया है. अयोध्या में राम जन्मभूमि परिसर में विराजमान रामलला के बाल स्वरूप की पूजा की जाती है. इसलिए सर्दी हो या गर्मी मौसम के हिसाब से ही उनकी सेवा होती है.

सनातन धर्म में मान्यता है कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद मूर्ति को भी उसी तरह का अनुभव होता है जैसे मानव शरीर को होता है. प्राण प्रतिष्ठा के बाद मूर्ति में आराध्य का वास होता है. इसलिए उनको स्नान कराया जाता है, वस्त्र बदले जाते हैं, भोग लगाया जाता है, श्रृंगार होता है और भोर में आरती के साथ जगाया जाता है. इसके साथ ही शयन आरती के साथ सुलाया जाता है.

(SocialLY के साथ पाएं लेटेस्ट ब्रेकिंग न्यूज, वायरल ट्रेंड और सोशल मीडिया की दुनिया से जुड़ी सभी खबरें. यहां आपको ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर वायरल होने वाले हर कंटेंट की सीधी जानकारी मिलेगी. ऊपर दिखाया गया पोस्ट अनएडिटेड कंटेंट है, जिसे सीधे सोशल मीडिया यूजर्स के अकाउंट से लिया गया है. लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है. सोशल मीडिया पोस्ट लेटेस्टली के विचारों और भावनाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करता है, हम इस पोस्ट में मौजूद किसी भी कंटेंट के लिए कोई जिम्मेदारी या दायित्व स्वीकार नहीं करते हैं.)