Supreme On Court Divorce: सुप्रीम कोर्ट ने एक मामले पर सुनवाई करते हुए कहा कि "वैवाहिक विवादों से संबंधित अपराधों के मामलों में पार्टियों के बीच आपराधिक कार्यवाही को रद्द किया जा सकता है अगर अदालत संतुष्ट है कि पार्टियों ने वास्तव में विवादों को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझा लिया है."
इस मामले में, पत्नी द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी के अनुसार पति पर भारतीय दंड संहिता की धारा 498ए, 427, 504 और 506 के तहत आरोप लगाया गया था. दंपति ने एक समझौता किया और आपसी सहमति से तलाक की डिक्री मंजूर कर ली. पक्षकार इस बात पर भी सहमत हुए कि प्राथमिकी और उससे उत्पन्न होने वाली कार्यवाही को रद्द कर दिया जाना चाहिए. हालांकि, कर्नाटक उच्च न्यायालय ने पति के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही को रद्द करने की प्रार्थना को खारिज कर दिया था.
Criminal Proceedings Inter-Se Parties Can Be Quashed If They Have Genuinely Settled Matrimonial Disputes : Supreme Court https://t.co/nqggdv6uB6
— Live Law (@LiveLawIndia) February 2, 2023
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