केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि उन्होंने मासिक धर्म स्वच्छता नीति (Menstrual Hygiene Policy) का विरोध किया क्योंकि वह नहीं चाहती थीं कि महिलाओं को इसे लेकर कार्यस्थल (Workplace) पर भेदभाव और उत्पीड़न का सामना करना पड़े. दरअसल, कुछ दिनों पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राज्यसभा में कहा था कि माहवारी एक 'बाधा' नहीं है. पीरियड्स में कामकाजी महिलाओं को छुट्टी दिए जाने की मांग को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था, 'पीरियड्स लीव की जरूरत के लिए किसी विशेष नीति की आवश्यकता नहीं है.' न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में स्मृति ईरानी ने कहा, "जब मैंने संसद में बात की, तो मैंने अपने व्यक्तिगत अनुभव से बात की क्योंकि मैं नहीं चाहती कि अधिक से अधिक महिलाओं को परेशान किया जाए."

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