सिंधी समाज द्वारा लखनऊ में आयोजित 'राष्ट्रीय सिंधी अधिवेशन' में सीएम योगी ने हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होने कहा कि 500 वर्षों के बाद 'श्री राम जन्मभूमि' वापस ली जा सकती है तो कोई कारण नहीं कि पाकिस्तान से 'सिंधु' को वापस न ले सकें. सिंधी समाज, भारत के सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.

मुख्यमंत्री ​​​​​​​ने कहा, "सिंधी समाज प्रगतिशील समाज है. 1947 में विभाजन की त्रासदी झेलते हुए उसने अपनी आस्था को संरक्षित रखा. पसीना बहाकर, परिश्रम से विकास में महती भूमिका का निर्वहन किया. सिंधी समाज के लोग जहां भी बसे, वहां के विकास के लिए समरस होकर कार्य किए. कोई नहीं कह सकता कि ये लोग बाहर से आए हैं, जिस भी शहर में आए, वहीं सनातनी भाव से स्थानीय परंपरा व आस्था के साथ जुड़ गए.

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