प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया गेट (India Gate) पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण किया. इस मौके पर जर्मनी में रहने वाली नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Netaji Subhash Chandra Bose) की बेटी अनीता बोस फाफ ने कहा "मुझे खुशी है कि इतने दशकों के बाद भी भारत वासियों ने उनका नाम और स्मृति बरकरार रखी. उन्होंने भारत के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई."

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की भव्‍य प्रतिमा 280 मीट्रिक टन वजन वाले विशाल ग्रेनाइट पत्‍थर पर उकेरा गया है. इस प्रतिमा को 26,000 घंटे के अथक कलात्‍मक प्रयासों से अखंड ग्रेनाइट को तराश कर 65 मीट्रिक टन वजन की इस प्रतिमा को तैयार किया गया है. काले रंग के ग्रेनाइट पत्‍थर से निर्मित 28 फुट ऊंची यह प्रतिमा इंडिया गेट के समीप एक छतरी के नीचे स्‍थापित की गई है.

नेताजी की इस प्रतिमा को पारंपरिक तकनीकों और आधुनिक औजारों का उपयोग करके पूरी तरह हाथों से बनाया गया है. 28 फुट ऊंची यह प्रतिमा भारत की विशालतम, सजीव, अखंड पत्‍थर पर, हाथों से निर्मित प्रतिमाओं में से एक है. ग्रेनाइट के इस अखंड पत्‍थर को तेलंगाना के खम्‍मम से 1665 किलोमीटर दूर नयी दिल्‍ली तक लाने के लिए 100 फुट लंबा 140 पहियों वाला एक ट्रक विशेष तौर पर तैयार किया गया था.

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