कर्नाटक: बेंगलुरु के पैलेस ग्राउंड में  'बफ़ेलो रेस- कंबाला' दूसरे दिन आयोजित की गई. इस उत्सव का मुख्य आकर्षण भैसों की रेस को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. करीब 800 साल से भी अधिक पुराने इस उत्सव में भैंसों की दौड़ 2 कीचड़ भरे ट्रैक पर कराई जाती है. अमूमन इसके लिए 120 से 160 मीटर लंबे और 8 से 12 मीटर चौड़े ट्रैक तैयार किए जाते हैं. पहले परंपरागत रूप से केवल एक ही ट्रैक हुआ करता था, लेकिन अब ज्यादातर भैंसों की दौड़ के लिए 2 ट्रैक का उपयोग किया जाता है.

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