बेंगलुरु(Bengaluru) : यमन (Yemen) के 45 वर्षीय नागरिक ने हिंसा में अपनी पेनिस खो दी. हिंसा में शख्स की पेनिस उसके शरीर से कटकर अलग हो गई थी. यह शख्स उन सभी घायलों में से एक है जो यमन में चल रही हिंसा में घायल हुए और भारत में इलाज करवा रहे हैं. पिछले साल हिंसा में इस शख्स का पेनिस काटने से उसे भारी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा था. पेशे से स्कूल टीचर ये शख्स बुर्का पहनकर महिलाओं का टॉयलेट इस्तेमाल करता था.
बेंगलुरु के अपोलो हॉस्पिटल(Apollo Hospital) के डॉक्टर्स ने पेनिस रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी(Penis Reconstruction surgery) करके उसे नई पेनिस दी है. सर्जरी के लिए डॉक्टर्स ने उसके बाएं हाथ की स्किन और मांस का इस्तेमाल किया. सीनियर प्लास्टिक सर्जन(Plastic Surgeon)डॉ. नवीन राव(Dr. Naveen Rao)ने सीनियर यूरोलॉजिस्ट( Urologist)डॉ. दीपक बोलबंदी( Doctor Deepak Bolbandi) और टीम के साथ यह ऑपरेशन किया. उन्होंने बताया, 'उग्रवादियों के हमले में इस शख्स का पेनिस और एक टेस्टिकल कट गया था. हादसे के बाद वह एक बड़े ट्रॉमा से गुजरा और मानसिक रूप से टूट चुका था. सर्जरी से पहले उसकी काउंसलिंग की गई.' 8 घंटे चली इस सर्जरी में डॉक्टर्स ने उसके शरीर के अन्य हिस्सों से मांस, स्किन और खून की धमनियों को लेकर फिर से एक पेनिस बनाया.
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यह यमन का नागरिक अंग्रेजी या कोई भारतीय भाषा नहीं जानता है, ऐसे में उसे डॉक्टरों से बात करने के लिए एक ट्रांसलेटर का सहारा लेना पड़ता है. डॉक्टरों ने बताया कि उसे डर था कि, कहीं उसकी पत्नी उसे छोड़कर न चली जाए. जिसके बाद डॉक्टरों ने उसे विश्वास दिलाया, 'अब उसकी फैमिली लाइफ पर कोई असर नहीं पडे़गा और वह एक सामान्य जीवन जी सकता है.'