Ashtray In Flights: फ्लाइट के टॉयलेट्स में क्यों होते हैं ऐश-ट्रे? जबकि स्मोकिंग पूरी तरह बैन होती है?
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

Ashtray In Flights: देश विदेश की लगभग सभी कमर्शियल फ्लाइट में धूम्रपान पूरी तरह से निषेध होता है. यहां तक कि आई सिगरेट पर भी बैन है! लेकिन क्या आप जानते हैं कि जब हवाई जहाज में स्मोकिग करने (Smoking In Flight) पर प्रतिबंध है, इसके बावजूद फ्लाइट के वॉशरूम में ऐश-ट्रे (Ashtray) क्यों लगे होते हैं? क्या अजीब सा नहीं लगता? फ्लाइट में सफर करने वाले अधिकांश दूरदर्शी व्यक्तियों ने इस पर गौर किया होगा, मगर संभवतः अनावश्यक तर्क-वितर्क सोचकर, चर्चा करना जरूरी नहीं करते. आइये जानते हैं, इस रहस्य को समझने की. यह भी पढ़ें: No Smoking Day 2025: धूम्रपान और आपकी सेहत! जानें ‘नो स्मोकिंग डे’ मानवता के नाम पर क्या परोस रहा है?

क्या कहता है नियम?

गौरतलब है कि दुनिया भर की सभी एयरलाइंस में फ्लाइट के अंदर स्मोकिंग पूरी तरह प्रतिबंधित है. 1980 के दशक से ही ज्यादातर एयरलाइंस ने इस पर पाबंदी लगा दी थी और 2000 के दशक की शुरुआत तक यह नियम हर जगह लागू हो गया. इस नियम को तोड़ने पर भारी जुर्माना और कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है. यह पाबंदी यात्रियों और विमान, दोनों की सुरक्षा के लिए है, क्योंकि विमान में आग लगने का खतरा बहुत ज्यादा होता है.

प्रतिबंध के बावजूद ऐश ट्रे क्यों?

अकसर कुछ यात्री विभिन्न कारणों से नियमों का उल्लंघन कर धूम्रपान करने से बाज नहीं आते और धूम्रपान करते हैं, उस परिस्थिति में उसे ऐश-ट्रे की जरुरत होगी, अन्यथा वह सिगरेट को कचरे के डिब्बे में फेंक सकता है (जिसमें टॉयलेट पेपर और अन्य ज्वलनशील सामग्री होती है), जिसकी वजह से एक बडी दुर्घटना हो सकती है. इस संभावना को देखते हुए अंतर्राष्ट्रीय विमानन नियमों (International Aviation Regulations) के तहत इसे अनिवार्य कर दिया गया.