King Cobra: कोई कहता है नागदेव तो कोई किंग कोबरा, देख सुख जाते हैं प्राण- एक बार में उगलता है इतना जहर
वैसे तो कहा जाता है कि किंग कोबरा वर्षावन, नम जंगल , शांत दलदलों और बांस किम झाड़ियों में पाए जाते हैं. ये तब तक नहीं काटते जब इन्हें कोई छेड़े नहीं. एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर के देशों की तुलना में भारत में सांपों के काटे जाने की वजह से ज्यादा मौतें होती हैं. यहां हर साल जहरीले सांपों के काटे जाने के कारण करीब 46,000 लोग काल की गाल में समा जाते हैं, जबकि दुनिया भर में हर साल सर्पदंश से 81,000 से 1,38,000 लोगों की मौत हो जाती है.
भारत में पाए जाने वाले सांपों में करीब 50 प्रजाति के जहरीले होते हैं. हजारो लोग ऐसे होते हैं जो सांप के काटने से अपनी जान गंवा देते हैं. सांप ऐसा नहीं है कि जंगलो में रहता है. सांप इंसानी बस्ती में भी आकर रहता है. कई बार लोग उन्हें नहीं देख पाते हैं. ऐसे समय में उनका एक दंश इंसान के लिए काल बन जाता है. वैसे तो कई सांप देश में हैं लेकिन किंग कोबरा का नाम अक्सर हम सुनते हैं. किंग कोबरा (Cobra King) को दुनिया भर के जहरीलें सांपों (Poisonous Snake) में से एक माना जाता है. किंग कोबरा ( King Cobra) 15 से 16 फीट तक होते हैं. ये सांप देखने में लंबे और चौड़े होते हैं. आज हम आपको एक ऐसा ही वीडियो दिखा रहे हैं. इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि कैसे एक सांप का जहर निकाला जाता है. वहीं एक बार में सांप के मुंह से कितना जहर निकलता है. जरा आप भी देखें.
वैसे तो कहा जाता है कि किंग कोबरा वर्षावन, नम जंगल , शांत दलदलों और बांस किम झाड़ियों में पाए जाते हैं. ये तब तक नहीं काटते जब इन्हें कोई छेड़े नहीं. एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर के देशों की तुलना में भारत में सांपों के काटे जाने की वजह से ज्यादा मौतें होती हैं. यहां हर साल जहरीले सांपों के काटे जाने के कारण करीब 46,000 लोग काल की गाल में समा जाते हैं, जबकि दुनिया भर में हर साल सर्पदंश से 81,000 से 1,38,000 लोगों की मौत हो जाती है.
भारत में सांप की 276 प्रजाति हैं. इसमें से 36 प्रजाति मध्यप्रदेश में हैं. इनमें से लगभग 50 प्रजातियां ही विषैली हैं कोबरा सभी सापों में सबसे जहरीला सांप है. वहीं चार सबसे खतरनाक सांपों में भारतीय कोबरा (Indian Cobra), क्रेट (Krait), रसेल वाइपर (Russell’s Viper) और सा-स्केल्ड वाइपर ( Saw Scaled Viper) को खतरनाक माना जाता हैं.