मुंबई में मुहर्रम का 10वां दिन अशूरा मनाया गया. इस दिन नबी मोहम्मद के पोते इमाम हुसैन की शहादत की याद में मनाया जाता है. शिया मुसलमान इस दिन शोक मनाते हैं और इस प्रक्रिया में उनके द्वारा एक घोड़े की परेड भी निकाली जाती है जिसके शरीर पर जख्म के निशान बनाए जाते हैं.
सोशल मीडिया पर इस घोड़े की परेड का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें घोड़े के शरीर पर जख्म के निशान दिखाई दे रहे हैं. सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं और मुस्लिम समुदाय को इस निर्दोष जानवर को चोट पहुंचाने के लिए कोस रहे हैं. हालांकि, यह सच नहीं है कि घोड़े को चुरा के कट लगाए गए हैं. शिया मुसलमान अशूरा के दिन घायल घोड़े की परेड का रिवाज इमाम हुसैन के घोड़े की याद में निकालते हैं, जो कर्बला की लड़ाई में गंभीर रूप से घायल हो गया था. यह भी माना जाता है कि इमाम हुसैन की शहादत हुई और उन पर 10 घोड़ों के पैर चढ़ गए थे. सोशल मीडिया यूजर्स को इस तरह की गलत जानकारी फैलाने से बचना चाहिए कि जुलूस के दौरान घोड़े को चाकू से काटा गया था.
Mumbai:- Muslims take a terrified, innocent horse, repeatedly slash it with a knife, and parade the bloodied, injured animal around to commemorate Muharram.
These psychopaths have grown tired of slashing and beating themselves and have instead decided to target an innocent animal pic.twitter.com/ykkE13bRoc
— Gems_Of_Whites (@Ghyan0) July 18, 2024
हालांकि, वीडियो में घोड़ा बहुत डरा हुआ दिखाई दे रहा है क्योंकि उसके आसपास बहुत बड़ी भीड़ है. मुहर्रम के पवित्र महीने में एक निर्दोष जानवर को धार्मिक जुलूस के लिए इस्तेमाल करने से भी बचना चाहिए. रिवाजों को बिना किसी जानवर के भी निभाया जा सकता है, जैसे एक फोटो या बैनर इमाम हुसैन की शहादत को दर्शा सकता है. यद्यपि घोड़े को चाकू से चोट नहीं पहुंचाई गई थी, लेकिन यह ध्यान देना जरूरी है कि पेंट और उसके धुएं से त्वचा, आंखों और गले में जलन हो सकती है.
एक सोशल मीडिया यूजर ने X पर वीडियो शेयर करते हुए कहा, "भारत में अशूरा... इस साल, मुंबई की सड़कों पर, मुसलमान एक डरे हुए, निर्दोष घोड़े को बार-बार चाकू से काटते हैं, और खून से सने घायल जानवर को नबी के पोते की मौत की याद में घुमाते हैं."
Ashura in India...
This year, in the streets of Mumbai, Muslims take a terrified, innocent horse, repeatedly slash it with a knife, and parade the bloodied, injured animal around to commemorate the death of the Prophet’s grandson.
These psychopaths have grown tired of slashing… pic.twitter.com/aTrbTsxwft
— Amy Mek (@AmyMek) July 18, 2024
दूसरे यूजर ने कहा, "मुंबई: मुसलमान एक डरे हुए, निर्दोष घोड़े को बार-बार चाकू से काटते हैं, और खून से सने घायल जानवर को मुहर्रम की याद में घुमाते हैं. ये मनोरोगी खुद काटने-पीटने से थक गए हैं और अब उन्होंने एक निर्दोष जानवर को निशाना बनाने का फैसला किया है."
PETA इंडिया के क्रूरता मामले विभाग के कानूनी सलाहकार और प्रबंधक मीत अशर ने टिप्पणियों का जवाब दिया और कहा, "हम किसी भी जुलूस के दौरान किसी भी जानवर के इस्तेमाल का विरोध करते हैं. इस मामले में, डोंगरी पुलिस हमें बताती है कि घोड़े को पेंट किया गया था. यह भी अत्यंत आपत्तिजनक है, लेकिन घोड़ा कटा हुआ नहीं है. PETA इंडिया ने इस साल मुहर्रम जुलूस के लिए एक यांत्रिक हाथी की पेशकश की थी, लेकिन हमारे प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया गया, लेकिन हम आगे भी इस दिशा में प्रयास करेंगे."