FACT CHECK: 'क्या बिहार में जंगलराज लौट आया है': ब्राजील के VIDEO को पटना का बताकर किया वायरल, ऐसे सामने आई सच्चाई
Photo- X/BasavanIndia

FACT CHECK: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक बेहद डरावना वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें मोटरसाइकिल पर सवार एक युवक को दिनदहाड़े गोली मार दी जाती है. वीडियो के साथ ये दावा किया जा रहा है कि यह घटना बिहार की है और मृत युवक का नाम पवन दुसाध है. साथ ही, ये भी कहा जा रहा है कि बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह फेल हो चुकी है. लेकिन जब इस वीडियो की सच्चाई जांची गई, तो हकीकत कुछ और ही निकली. दरअसल, यह वीडियो बिहार का नहीं, बल्कि ब्राजील के जोआओ पेसोआ शहर का है, जहां अक्टूबर 2024 में एक डिलीवरी बॉय की सरेआम हत्या कर दी गई थी.

ये भी पढें: Fact Check: अमेरिका में कपड़े चुराने के आरोप में भारतीय महिला अनन्या अलवानी गिरफ्तार? चोरी करते पकड़ी गई मैक्सिकन महिला का वीडियो फर्जी दावे के साथ वायरल

बिहार का बताया जा रहा वीडियो ब्राजील का है

वारदात CCTV कैमरे में कैद

वीडियो सिर्फ 7 सेकेंड का है, जिसमें साफ दिख रहा है कि एक शख्स मोटरसाइकिल पर जा रहा है और तभी दूसरी मोटरसाइकिल पर सवार दो लोग उसे गोली मार देते हैं. युवक मौके पर ही गिर जाता है और उसकी जान चली जाती है. ये पूरी वारदात वहां लगे एक सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई थी.

जांच में घटना ब्राजील की निकली

वीडियो की जांच में जब कुछ की-फ्रेम्स निकाले गए और उन्हें रिवर्स इमेज सर्च किया गया, तो ब्राजील की लोकल न्यूज़ वेबसाइट NBNPARAIBA और OPOVOPB पर प्रकाशित रिपोर्ट्स मिलीं. दोनों रिपोर्ट्स में वायरल वीडियो की पुष्टि हुई और बताया गया कि 4 अक्टूबर 2024 को जोआओ पेसोआ के मंडाकारू इलाके में यह हत्या हुई थी.

22 साल का डिलीवरी बॉय था मृतक

पीड़ित का नाम गेब्रियल जूनियर डी ओलिवेरा मेदेइरोस बताया गया, जिसकी उम्र 22 साल थी. वह एक डिलीवरी बॉय था और घटना के वक्त लॉटरी केंद्र पर अपनी बाइक की किश्त भरने जा रहा था. तभी दो लोगों ने उसे गोली मार दी.

बिहार में ऐसी हत्या की जानकारी नहीं

जब हमने ये भी जांचा कि क्या बिहार में पवन दुसाध नाम के किसी युवक की सरेआम हत्या हुई है, तो ऐसी कोई खबर किसी भी भरोसेमंद न्यूज सोर्स पर नहीं मिली. इससे साफ होता है कि वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है और इसका बिहार से कोई लेना-देना नहीं है.

अंतिम निष्कर्ष

यह वीडियो ब्राजील की एक हत्या का है, न कि बिहार की. सोशल मीडिया पर इसे गलत दावे के साथ फैलाया जा रहा है, जिससे लोगों में भ्रम और गुस्सा फैल रहा है.