कोरोना संकट के बीच भारत में ब्लैक फंगस यानी म्यूकोर्मिकोसिस की बीमारी तेजी के साथ बढ़ रही है. जो सरकार के लिए चिंता का विषय बनती जा रही है. क्योंकि यह बीमारी तेजी के साथ फैलने के साथ ही लोगों को अपना शिकार भी बना रही है. देश में जनता कोरोना महामारी के साथ ही ब्लैग फंगस की बीमारी को लेकर जहां परेशान है. वहीं बीच सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि ब्लैग फंगस यानि Mucormycosis की बीमारी फिटकरी, हल्दी, सेंधा नमक व सरसों के तेल से इलाज किया जा सकता है. तो जानते हैं कि पीआईबी फैक्ट चेक (PIB Fact Check) में इसकी सच्चाई क्या है.
सोशल मीडिया पर ब्लैग फंगस के इलाज को लेकर जो दावा किया जा रहा है. उसमें लिखा गया है कि फिटकरी, हल्दी, सेंधा नमक व सरसों के तेल से म्यूकोर्मिकोसिस का इलाज किया जा सकता है. वहीं यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जब इसकी सत्यता पीआईबी फैक्ट चेक से जांची गई तो मालूम पड़ा कि यह खबर झूठ हैं. जिसके बाद पीआईबी की तरफ से ट्वीट कर कहा गया कि यह दावा फर्जी है. इस नुस्खे से ब्लैक फंगस के उपचार का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. कृपया ऐसी किसी भी गंभीर स्वास्थ्य समस्या के उपचार के लिए केवल घरेलू नुस्खों पर विश्वास न करें. यह भी पढ़े: Mucormycosis: कोरोना से ठीक होने के बाद ‘म्यूकोरमाइकोसिस’ का शिकार हो रहे लोग, महाराष्ट्र और गुजरात में कहर
दावा: फिटकरी, हल्दी, सेंधा नमक व सरसों के तेल से #Mucormycosis का इलाज किया जा सकता है#PIBFactCheck:यह दावा #फर्जी है।इस नुस्खे से ब्लैक फंगस के उपचार का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। कृपया ऐसी किसी भी गंभीर स्वास्थ्य समस्या के उपचार के लिए केवल घरेलू नुस्खों पर विश्वास न करें। pic.twitter.com/x0P5HZQkGx
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) May 24, 2021
बता दें कि ब्लैक फंगस (Black Fungus) कोविड-19 से उबर चुके हैं या ठीक हो रहे मरीजों में इस बीमारी के होने का पता चल रहा है. इसके अलावा, जिसे भी मधुमेह है और जिसकी प्रतिरक्षा प्रणाली ठीक से काम नहीं कर रही है, उसे इसे लेकर सावधान रहने की जरूरत है.
केंद्र सरकार के अनुसार ब्लैक फंगस बीमारी अब तक तक 18 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में करीब 5 हजार से ज्यादा मामले सामने चुके हैं. ऐसे में लोगो को कोरोना महामारी की तरफ इस बीमारी से भी लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है.