सोशल मीडिया की वजह से एक महिला अपने परिवार से 15 साल बाद मिली है. इस महिला की यादाश्त चली जाने के कारण यह अपने परिवार से बिछड़ गई थी, वो 15 साल बाद दिल्ली में अपने बेटे से फिर मिल गई. ये इमोशनल कर देने वाली कहानी साल 2005 की है, जब राम देवी नाम की एक वकील ने अपने पति से लड़ाई के बाद अपना कोलकाता का वैवाहिक घर छोड़ दिया था. उस वक्त उनके बेटे मित्रजीत चौधरी केवल 7 साल के थे. यह भी पढ़ें: Facebook ने एक और बिछड़े को उसके परिवार से मिलाया, 7 साल से था लापता
अपना घर छोड़ने के बाद राम देवी दिल्ली चली गईं और सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की, लेकिन यादाश्त जाने की एक मानसिक बीमारी से ग्रसित हो गई. उन्होंने दिल्ली के मानव व्यवहार (Delhi’s Institute of Human Behaviour) और संबद्ध विज्ञान (Allied Sciences) संस्थान में 9 महीने बिताए और बाद में HOPE पुनर्वास सुविधा के लिए RAHAB केंद्र चली गईं, जहां एक दिन उन्हें अपने बेटे का नाम याद आया.
अपने परिवार के साथ राम देवी को फिर से मिलाने की कोशिश में, केंद्र ने मित्रजीत चौधरी नाम के सभी लोगों से संपर्क करना शुरू किया. उन्होंने मित्रजीत चौधरी नाम के 6-7 लोगों से संपर्क किया, हालांकि केवल एक आदमी ने जवाब दिया. हालांकि राम देवी अपने फेसबुक चित्रों से अपने बेटे की पहचान नहीं कर सकीं, लेकिन उन्होंने वीडियो कॉल पर उन्हें तुरंत पहचान लिया और दिल्ली आने के लिए प्रेरित किया. एक इमोशनल पुनर्मिलन के बाद उन्होंने अपने परिवार में वापस जाने का फैसला किया है.