Is it True That Bulls are Irritated by The Red Color: सोशल मीडिया और आम लोगों से एक बात अक्सर सुनने को मिलती है कि "सांड को लाल रंग बहुत चुभता है, इसलिए वो उस पर टूट पड़ता है." ये दावा इतना आम है कि लोग इसे बिना सोचे-समझे सच मान लेते हैं. लेकिन क्या वाकई सांड लाल रंग देखकर गुस्से में आ जाता है? क्या ये वैज्ञानिक तौर पर साबित है या सिर्फ एक पुराना भ्रम? आइए फैक्ट चेक के अंदाज में इस मजेदार लेकिन गलतफहमी भरे दावे की असलियत समझते हैं.
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क्या कहता है दावा?
लोगों का मानना है कि सांड को लाल रंग से गुस्सा आता है, इसलिए जब कोई व्यक्ति लाल कपड़ा दिखाता है, तो सांड उस पर झपट पड़ता है. खासकर स्पेन के बुलफाइटिंग इवेंट्स को देखकर यह बात और पक्की हो जाती है, जहां मैटाडोर (बैल से लड़ने वाला व्यक्ति) हाथ में लाल कपड़ा लेकर सांड को उकसाता है.
फैक्ट चेक: क्या ये सच है?
इस सवाल का जवाब है- नहीं. यह दावा बिल्कुल गलत है. असलियत ये है कि सांड रंगों को वैसे नहीं देख सकता जैसे इंसान देखता है. उसकी आंखें डाइक्रोमैटिक होती हैं, यानी वह केवल दो रंगों (आमतौर पर नीला और हरा) में चीजें देख सकता है. उसे लाल रंग दिखाई ही नहीं देता.
तो फिर सांड गुस्से में क्यों आता है?
दरअसल, सांड को कपड़े के रंग से नहीं, बल्कि उसकी हरकत से फर्क पड़ता है. जब कोई लाल कपड़ा लहराता है, तो वह कपड़े की हिलती हुई गति और आवाज से उत्तेजित होकर आक्रामक हो जाता है. यानी उसके गुस्से की वजह रंग नहीं, बल्कि मूवमेंट है.
वैज्ञानिकों ने क्या साबित किया?
कई रिसर्च और प्रयोगों में यह पाया गया है कि अगर सांड के सामने लाल, नीला और सफेद कपड़ा एक ही तरह से हिलाया जाए, तो वह सभी पर एक जैसी प्रतिक्रिया देता है. इससे यह साबित हो गया कि लाल रंग सांड को गुस्सैल नहीं बनाता, बल्कि कपड़े की गति उसका ध्यान खींचती है.
नतीजा क्या निकला?
सांड और लाल रंग से जुड़ी यह बात एक पुराना मिथक (झूठा भ्रम) है, जो फिल्मों, कहानियों और लोककथाओं के जरिए हमारी सोच का हिस्सा बन गया. असल में, सांड को लाल या किसी भी खास रंग से कोई परेशानी नहीं होती.
अब अगली बार जब कोई कहे कि "सांड को लाल रंग से गुस्सा आता है", तो आप पूरे आत्मविश्वास से कह सकते हैं- "बिलकुल नहीं, ये तो बस एक फैला हुआ भ्रम है!"













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