
अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के थाना लोधा क्षेत्र में मानवता को शर्मसार कर देने वाली एक दर्दनाक घटना सामने आई है. चिकावटी हाईवे रोड पर कुछ दलित युवकों द्वारा "जय भीम" का उद्घोष करना दबंगों को इतना नागवार गुजरा कि उन्होंने उन पर हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं. ठाकुर समाज से जुड़े दर्जनभर दबंगों ने तीन दलित युवकों को नग्न कर सड़क पर गिरा-गिराकर लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटा.
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि दबंग दलित युवकों को बेदर्दी से पीट रहे हैं. लाठी-डंडों के प्रहार से युवक अधमरी हालत में सड़क पर पड़े हुए दिखाई दे रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, इस बर्बर पिटाई में तीन दलित युवकों को गंभीर चोटें आई हैं.
स्थानीय लोगों के अनुसार, पीड़ित युवक किसी कार्यक्रम के दौरान "जय भीम" का नारा लगा रहे थे, जिससे ठाकुर समाज के कुछ लोगों ने आपत्ति जताई और फिर इस वीभत्स घटना को अंजाम दिया. सबसे हैरान करने वाली बात यह रही कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के बजाय पीड़ित युवकों को ही हिरासत में ले लिया.
घटना के बाद इलाके में भारी तनाव का माहौल है. पीड़ित परिवारों ने प्रशासन से न्याय की मांग की है और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है. वहीं, दलित संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने और पीड़ितों को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है.
अलीगढ़ में भी ठकुरई, चिकावटी हाईवे रोड पर दलित युवकों ने "जय भीम" का नारा लगाया, जिसके बाद ठाकुर समुदाय के दर्जनभर लोगों ने उन्हें कथित तौर पर नग्न कर सड़क पर लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटा। इस हमले में तीन युवकों को गंभीर चोटें आईं।
हैरानी की बात यह है कि पुलिस ने पीड़ित दलित… pic.twitter.com/OTb3eWGbqx
— गुरु प्रसाद यादव, लखनऊ (@guruprasadyada5) April 27, 2025
दो पक्षों के मध्य किसी बात को लेकर विवाद हो गया था, जिसमें निरोधात्मक कार्यवाही की जा चुकी है, क्षेत्राधिकारी को अन्य सभी पहलुओं पर गहनता से जांच कर आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया ।
— ALIGARH POLICE (@aligarhpolice) April 27, 2025
वहीं अलीगढ़ पुलिस का कहना है कि दो पक्षों के मध्य किसी बात को लेकर विवाद हो गया था, जिसमें निरोधात्मक कार्यवाही की जा चुकी है, क्षेत्राधिकारी को अन्य सभी पहलुओं पर गहनता से जांच कर आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया. दलित समाज में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश व्याप्त है. सवाल उठता है कि आखिर कब तक जाति के नाम पर ऐसी बर्बरताएं होती रहेंगी और पीड़ितों को न्याय के लिए दर-दर भटकना पड़ेगा?