दफ्तर में अक्सर काम के बोझ तले दबे कर्मचारियों (Employee) को परिवार के साथ सुकून भरे पल बिताने के लिए छुट्टी नहीं मिलती है और दफ्तर से छुट्टी (Leave From Office) मांगने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है. हालांकि ज्यादातर लोग शादी-ब्याह या किसी जरूरी काम को पूरा करने के लिए दफ्तर में छुट्टी के लिए आवेदन करते हैं, लेकिन क्या कोई अपनी जीवित पत्नी को जान से मारने (Kill Wife) और फिर उसके दाह-संस्कार (Funeral) के लिए छुट्टी मांग सकता है. एक ऐसा ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है बिहार (Bihar) के बक्सर (Buxar) जिले से. जहां एक शख्स ने अपनी पत्नी की हत्या करने और उसके दाह संस्कार को लेकर प्रधानमंत्री (Prime Minister) और राष्ट्रपति (President) को आवेदन पत्र (Leave Application) भेजकर छुट्टी की मांग की है.
दरअसल, दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक में कार्यरत मुन्ना प्रसाद नाम के एक शख्स को काफी समय से छुट्टी की दरकार थी, लेकिन उसे छुट्टी नहीं दी जा रही थी, जिससे परेशान होकर इस बैंक प्रबंधक ने अपनी पत्नी की हत्या करने और उसके अंतिम संस्कार के नाम पर छुट्टी का आवेदन पत्र आला अधिकारियों समेत मानवाधिकार आयोग, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को भेज दिया.
बताया जाता है कि इस शख्स की पत्नी को किडनी की बीमारी है और उसके इलाज के लिए वो बार-बार मुख्य कार्यालय से छुट्टी मांग रहा था, लेकिन किसी अधिकारी ने झल्ला कर कह दिया कि उसे अब सिर्फ उसकी पत्नी के दाह संस्कार के लिए ही छुट्टी दी जा सकती है. अधिकारी की इस बात को सुनकर बैंक प्रबंधक मुन्ना प्रसाद ने इस मसले पर प्रधान कार्यालय पटना को पत्र लिखा और इसकी कॉपी राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और मुख्यमंत्री को भेज दी. हालांकि इसकी जानकारी मिलते ही बैंक की ओर से इस शख्स को फौरन छुट्टी दे दी गई.
19 जनवरी को इस सख्स द्वारा लिखा गया आवेदन पत्र वायरल हो गया, जिसमें उसने लिखा था कि मुझे अपनी पत्नी की हत्या करके उसका अंतिम संस्कार करने के लिए सिर्फ दो दिन की छुट्टी दी जाए. उसने लिखा कि मेरी पत्नी किडनी रोग से पीड़ित है, इसलिए हफ्ते में दो बार डायलिसिस कराना पड़ता है. मेरी पत्नी की हालत दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है और छुट्टी मांगने पर क्षेत्रीय अधिकारी न तो छुट्टी दे रहे हैं और न ही मेरे फोन का जवाब दे रहे हैं. यह भी पढ़ें: पति ने कोर्ट में लगाई गुहार, कहा- मेरी पत्नी नहाती नहीं, मुझे तलाक दिला दीजिए
गौरतलब है कि इस पत्र को लिखकर शख्स ने यह अपील की है कि उसे दो दिन की छुट्टी दी जाए ताकि वो अपनी पत्नी की हत्या करके उसका अंतिम संस्कार कर सके, क्योंकि रोज-रोज घुट-घुटकर जीना उससे सहा नहीं जा रहा है. हालांकि इस मामले में ग्रामीण बैंक के अधिकारियों का कहना है कि एकल शाखा होने के कारण यहां कार्यरत कर्मचारियों को छुट्टी देने से पहले दूसरे कर्मचारी को वहां विकल्प में देना होता है, ताकि शाखा का काम प्रभावित न हो सके.