VIDEO: देवरिया में स्कूटी पर बैठे शख्स को आया हार्ट अटैक, दारोगा CPR देकर ऐसे बचाई जान, देखें वीडियो

हार्ट अटैक के मामलों में सीपीआर (CPR) देना अक्सर जीवन बचाने का काम करता है. कुछ ऐसा ही उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में शनिवार सुबह हुआ, जहां एक सब-इंस्पेक्टर (SI) की तत्परता ने एक व्यक्ति की जान बचाई.

घटना का विवरण 

शनिवार की सुबह, लोग पुलिस लाइन के पास स्थित स्टेडियम के बाहर सड़कों पर मॉर्निंग वॉक कर रहे थे. इसी दौरान, एक व्यक्ति स्कूटी की पिछली सीट पर बैठा हुआ जा रहा था. अचानक उसे हार्ट अटैक आया और वह असंतुलित होकर सड़क पर गिरने लगा.

इसी समय मॉर्निंग वॉक कर रहे डायल 112 के प्रभारी सब-इंस्पेक्टर विनोद कुमार सिंह की नज़र उस पर पड़ी. उन्होंने तुरंत स्कूटी सवार को रुकने के लिए आवाज़ लगाई, लेकिन तब तक व्यक्ति सड़क पर गिर चुका था. बिना समय गवाए, SI विनोद कुमार सिंह उसकी मदद के लिए दौड़े.

SI ने व्यक्ति को दिया 5 मिनट तक CPR 

सब-इंस्पेक्टर विनोद कुमार सिंह ने तुरंत गिरते व्यक्ति को सीपीआर (Cardiopulmonary Resuscitation) देना शुरू किया. उन्होंने करीब 5 मिनट तक लगातार CPR किया, जिससे व्यक्ति को होश आ गया.

होश में आने पर व्यक्ति ने अपना परिचय दिया. उसने बताया कि उसका नाम राम आशीष यादव है और वह लक्ष्मी नारायण मंदिर के पास का रहने वाला है. होश में आने के बाद, उसे मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां उसका इलाज जारी है.

सीपीआर का महत्व और बढ़ते कार्डियक अटैक के मामले 

डॉक्टरों के अनुसार, CPR देना हर व्यक्ति के लिए जानना जरूरी है, क्योंकि हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. अचानक किसी को हार्ट अटैक आने की स्थिति में CPR देना लाइफलाइन साबित होता है और कई बार इससे लोगों की जान बचाई जा सकती है.

अगर सब-इंस्पेक्टर विनोद कुमार सिंह ने समय रहते CPR नहीं दिया होता, तो राम आशीष यादव की जान बचाना मुश्किल होता. इस घटना ने यह साबित किया है कि सही समय पर की गई कार्रवाई से जीवन बचाया जा सकता है.

सीख: CPR से जीवन बचाना संभव

आज के दौर में जब कार्डियक अरेस्ट जैसी आपात स्थितियां आम हो रही हैं, CPR का ज्ञान हर व्यक्ति के लिए जरूरी हो गया है. ऐसी घटनाएं हमें बताती हैं कि कैसे मौके पर सुझबुझ और CPR जैसी जीवनरक्षक तकनीकों का सही इस्तेमाल कई जिंदगियों को बचा सकता है.

इस घटना ने देवरिया के लोगों को CPR के महत्व से अवगत कराया है और SI विनोद कुमार सिंह की प्रशंसा हो रही है, जिन्होंने बिना देर किए राम आशीष की जान बचाई.