FACT CHECK: वाराणसी में 48 मतदाता के एक ही पिता, वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का दावा; जानें क्या है इसका सच
दावा किया जा रहा है कि वाराणसी के वार्ड नंबर 51 की वोटर लिस्ट में राम कमल दास नाम के व्यक्ति के 14 साल में 42 बच्चे हो गए हैं.
Voter List Varanasi Fact Check: सोशल मीडिया पर इन दिनों वोटर लिस्ट में गड़बड़ी को लेकर जमकर अफवाहें फैल रही हैं. इसी कड़ी में एक और भ्रामक पोस्ट तेजी से शेयर की जा रही है. दावा किया जा रहा है कि वाराणसी के वार्ड नंबर 51 की वोटर लिस्ट में राम कमल दास नाम के व्यक्ति के 14 साल में 42 बच्चे हो गए हैं. पोस्ट में यह भी कहा जा रहा है कि 13 बच्चे 37 साल के, 3 बच्चे 40 साल के और 1 बच्चा 49 साल का है, जो बिलकुल असंभव लगता है. ऐसे दावों ने लोगों में सवाल पैदा कर दिया कि आखिर राम कमल दास के इतने बेटे कैसे हो सकते हैं, क्या ऐसा चुनाव में फर्जी वोट डालने के लिए किया गया?
लेकिन असलियत कुछ और ही है. यह कोई चुनावी धोखाधड़ी नहीं है बल्कि हिंदू धर्म की पुरानी गुरु-शिष्य परंपरा का उदाहरण है.
वोटर लिस्ट विवाद का सच
वायरल दावा निकला फर्जी
ऐसे पता चली सच्चाई?
हमने इस मामले की जांच की तो हमें etvbharat.com की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें बताया गया कि यह मतदाता सूची उत्तर प्रदेश के वाराणसी के वार्ड नंबर 51 की है. गुरुधाम वाराणसी के राम जानकी मंदिर में गुरु-शिष्य परंपरा का पालन किया जाता है, इसीलिए यहां पिता के नाम की जगह गुरु का नाम लिखा है. यानी कई लोगों के पिता के नाम पर राम कमल दास का नाम दर्ज होने का मतलब यह नहीं कि वे सभी उसके जैविक बच्चे हैं. इस परंपरा का मकसद गुरु-शिष्य संबंध को दर्शाना है, ना कि किसी गड़बड़ी को.
इस सूची में कुछ भी गलत नहीं है, एक समय में राम कमल दास का नाम 150 लोगों के पिता के रूप में दर्ज था. अब यह संख्या घटकर 48 रह गई है.
अफवाहों से बचने की कोशिश करें
इसलिए भाइयों, सोशल मीडिया पर आई इस तरह की अफवाहों में ना फंसें. सही जानकारी लें, फैलाई गई झूठी खबरों को फैलने से रोकें और सच को जानें.