Doctors Remove Leech From UP Man's Nose: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh)के प्रयागराज (Prayagraj) में डॉक्टर्स की टीम ने 19 साल के एक लड़के की नाक से सर्जरी कर जिंदा जोंक (Leech Removed from Man's Nose) निकाली है. यह लड़का अपने दोस्तों के साथ झरने में नहाने के लिए गया था. वहां उसकी बाईं नाक में जोंक (Leech in Nose) घुस गई थी. चौंकाने वाली बात यह है कि वह इस लड़के की नाक में दो हफ्ते तक रही. पहले तो लड़के की नाक में चुभन हो रही थी. बाद में ये चुभन दर्द में बदल गई. जब लड़का डॉक्टर के पास पहुंचा तो डॉक्टर द्वारा की गई मेडिकल जांच में उसकी नाक में जिंदा जोंक पाई गई.
बाईं नाक के भीतर में घुसी थी जोंक
इस मरीज का नाम सेसिल एंड्रयू है. जांच करने पर, डॉक्टर को एंड्रयू की बाईं नाक के अंदर एक जिंदा जोंक मिली. हॉस्पिटल के ईएनटी सर्जन डॉ.सुभाष चंद्र वर्मा ने टेलीस्कोपिक मेथड से यह सर्जरी की. डॉक्टरों ने कहा कि इस सर्जरी से नाक की अन्य कोशिकाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा. ये भी पढ़े :National Doctor’s Day 2024: 1 जुलाई को ही क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस? जानें इसका इतिहास, महत्व एवं सेलिब्रेशन के तरीके!
झरने में नहाते हुए थी घटना
जानकारी के मुताबिक़ दो हफ्ते पहले कॉलेज खत्म करने के बाद सेसिल एंड्रयू अपने दोस्तों के साथ उत्तराखंड घुमने गया था.इस दौरान वो झरने में दोस्तों के साथ नहाया. दोस्तों के साथ मस्ती करते समय उसकी नाक में जोंक घुस गई. अक्सर देखने में आया है की,' तालाब या झील के पानी में नहाने वाले लोगों के शरीर के बाहरी हिस्से पर जोंकें चिपकी हुई दिखाई देती हैं. लेकिन नाक में जोंक पाया जाना अजीब माना जा रहा है.
दुर्लभ सर्जरी
मरीज का इलाज कर रहे डॉ. वर्मा ने कहा कि नाक में जोंक का जाना एक अजीब बात है. जोंक जिंदा थी, शुक्र है वो मरीज के मस्तिष्क या आंख तक नहीं पहुंची. डॉ.वर्मा ने कहा कि एंड्रयू अब स्वस्थ हैं और ठीक हो रहा है.
जान को भी ख़तरा हो सकता है
इस बीच, सेसिल को पहले तो कोई तकलीफ महसूस नहीं हुई. लेकिन कुछ ही दिनों में उसकी नाक में खुजली, कभी-कभी खून आना और नाक में अजीब सी अनुभूति होना, नाक का फड़कना जैसी समस्याएं होने लगीं. अपने नाक में हो रहे बदलाव के बाद सेसिल डॉक्टर के पास गया. जब डॉक्टर ने उसकी जांच की तो पता चला कि एक जोंक उसकी बाई नाक में लगातार खून चूस रही थी. डॉक्टरों ने उसको बताया की अगर जल्दी इलाज नहीं किया गया तो जोंक दिमाग या आंखों में घुसकर नुकसान कर सकती है.
स्थिति की गंभीरता को समझते हुए,नाझरेथ हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने टेलीस्कोपिक मेथड का उपयोग करके जोंक को सावधानी से बाहर निकाला. जिससे आसपास के भाग को कोई नुकसान नहीं पहुंचा.